नई दिल्ली: सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने को लेकर दिल्ली सरकार के सेवा विभाग में अधिकारियों के काम की समीक्षा की कार्यवाई पूरी होने के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए 108 अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्त पर भेज दिया है. इसमें नगर निगम, परिवहन, पर्यटन, डुसिब समेत अन्य विभागों के ग्रुप ए, बी, सी के अधिकारी और कर्मचारी हैं.
![Lieutenant Governor forcibly retires 108 officers involved in corruption](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-ndl-01-lg-order-tainted-officer-vis-7201354_31102019205905_3110f_1572535745_847.jpg)
नियम-56 के तहत हुई कार्रवाई
उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार के आरोपी तथा काम के लिहाज से प्रदर्शन नहीं करने वाले अधिकारियों की पहचान कर उन्हें जबरन सेवानिवृत्त करने के दायरे में पहले सिर्फ आईएएस, दानिक्स तथा दास कैडर के अधिकारियों के नाम शामिल करने को कहा गया था. लेकिन बाद में सभी प्रधान सचिव, सचिव व विभाग प्रमुख को आदेश जारी कर कहा. इसमें एक्स कैडर अधिकारी जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, प्राध्यापक, अकाउंटेंट व पब्लिक प्रॉसिक्यूटर आदि शामिल है, उनके कामकाज की भी समीक्षा कर रिपोर्ट सेवा विभाग को सौंपी गयी थी. उपराज्यपाल ने सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए आईएएस, दानिक्स, दास कैडर के अधिकारियों पर नियम 56 के तहत जबरन रिटायर करने को कहा है.