नई दिल्ली : बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर की तरफ से रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान से आहत दिल्ली के वकील विनीत जिंदल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. शिक्षा मंत्री के बयान से गत दो दिनों से राजनीति पूरी तरह से गरमाई हुई है. नेताओं से लेकर के आमजन और धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोग भी आहत हैं और अपने-अपने अनुसार हुए इस पर आपत्ति दर्ज करा रहे हैं.
इधर, गुरुवार को दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने रामचरितमानस को लेकर शिक्षा मंत्री के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराई है. उनका कहना है कि हिन्दू धर्म को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है. कोई भी आकर हिन्दू धर्म पर कुछ भी बोलता है. हिन्दू धर्म जोड़ने की बात करता है. हिन्दू धर्म पर हमला करने वालों को रोकना जरूरी है. इसलिए उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ दिल्ली पुलिस से शिकायत दी है.
दीक्षांत समारोह में मंत्री की बिगड़ गई थी जुबानः बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलते हुए कहा था कि रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हक दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया फिर उसके बाद रामचरितमानस ने समाज में नफरत पैदा की. मनुस्मृति को बाबासाहेब अंबेडकर ने इसलिए जलाया, क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बात करती है. वह पटना में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरितमानस और मनुस्मृति पर अपनी बात रखी थी.
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वकील को जान से मारने की मिल चुकी है धमकीः विनीत जिंदल सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं. जुलाई 2022 में इन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली थी. वह जब अपने घर पहुंचे थे, गेट पर एक पर्चा पड़ा था, जिसमें लिखा हुआ था कि अल्लाह का पैगाम है विनीत जिंदल तेरा भी सिर तन से जुदा करेंगे जल्दी. उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. जिंदल ने बताया था कि घर में सीसीटीवी लगा हुआ है लेकिन पर्चा फेंकने वाला सीसीटीवी में कैद नहीं हुआ है. विनीत जिंदल का कहना था कि उन्होंने अजमेर शरीफ दरगाह चिश्ती के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद इस पत्र से पहले अंतरराष्ट्रीय कॉलर से कई धमकियां मिल चुकी हैं उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी.
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