ETV Bharat / state

'सीमा पर मरने वाला सैनिक शहीद फिर सीवर में उतरने वाला सफाईकर्मी क्यों नहीं ?'

योगेंद्र यादव ने कहा कि इस देश में सीवर में उतर कर सफाई करने वाले लोगों की मौतों का आंकड़ा इतना बड़ा है कि देश शर्मसार हो जाए. सीवर में उतर कर सफाई करते वक्त जिन सफाई कर्मियों की मौत हो जाती है, उनको भी शहीद माना जाना चाहिए

author img

By

Published : Feb 22, 2019, 10:01 PM IST

'सीमा पर मरने वाला सैनिक शहीद फिर सीवर में उतरने वाला सफाईकर्मी क्यों नहीं ?'

नई दिल्ली: स्वराज अभियान के संस्थापक योगेंद्र यादव का कहना है कि सीवर में उतर कर सफाई करते वक्त जिन सफाई कर्मियों की मौत हो जाती है, उनको भी शहीद माना जाना चाहिए. योगेंद्र यादव ने कहा कि सीवर में सफाई कर्मियों की मौत संविधान पर धब्बा है योगेंद्र यादव ने कहा कि जब सीमा पर सैनिक मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसे शहीद कहते हैं. जब फायर ब्रिगेड का व्यक्ति लोगों को आग से बचाते हुए मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसे भी शहीद कहा जाता है. फिर सीवर में उतर कर जो लोग सफाई करते हैं और जिनकी मौतें हो जाती है उन्हें भी शहीद कहा जाना चाहिए.

'सीमा पर मरने वाला सैनिक शहीद फिर सीवर में उतरने वाला सफाईकर्मी क्यों नहीं ?'


योगेंद्र यादव ने कहा कि इस देश में सीवर में उतर कर सफाई करने वाले लोगों की मौतों का आंकड़ा इतना बड़ा है कि देश शर्मसार हो जाए. इस देश में दो कानून बन चुके हैं मैला ढोने की प्रथा को रोकने के लिए लेकिन कोई भी ठीक से लागू नहीं हुआ.

बता दे कि सीवर में सफाई कर्मियों की होने वाली मौतों के खिलाफ 25 फरवरी को दिल्ली में धरना आयोजित किया जाएगा . योगेंद्र यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी राजनीतिक दल अपने घोषणापत्र में इस बात को शामिल करें कि कोई भी सफाई कर्मी सीवर में नहीं उतरेगा . अगर सफाई कर्मी की मौत होती है तो उसके परिवार की जिम्मेदारी सरकार की होगी .

नई दिल्ली: स्वराज अभियान के संस्थापक योगेंद्र यादव का कहना है कि सीवर में उतर कर सफाई करते वक्त जिन सफाई कर्मियों की मौत हो जाती है, उनको भी शहीद माना जाना चाहिए. योगेंद्र यादव ने कहा कि सीवर में सफाई कर्मियों की मौत संविधान पर धब्बा है योगेंद्र यादव ने कहा कि जब सीमा पर सैनिक मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसे शहीद कहते हैं. जब फायर ब्रिगेड का व्यक्ति लोगों को आग से बचाते हुए मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसे भी शहीद कहा जाता है. फिर सीवर में उतर कर जो लोग सफाई करते हैं और जिनकी मौतें हो जाती है उन्हें भी शहीद कहा जाना चाहिए.

'सीमा पर मरने वाला सैनिक शहीद फिर सीवर में उतरने वाला सफाईकर्मी क्यों नहीं ?'


योगेंद्र यादव ने कहा कि इस देश में सीवर में उतर कर सफाई करने वाले लोगों की मौतों का आंकड़ा इतना बड़ा है कि देश शर्मसार हो जाए. इस देश में दो कानून बन चुके हैं मैला ढोने की प्रथा को रोकने के लिए लेकिन कोई भी ठीक से लागू नहीं हुआ.

बता दे कि सीवर में सफाई कर्मियों की होने वाली मौतों के खिलाफ 25 फरवरी को दिल्ली में धरना आयोजित किया जाएगा . योगेंद्र यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी राजनीतिक दल अपने घोषणापत्र में इस बात को शामिल करें कि कोई भी सफाई कर्मी सीवर में नहीं उतरेगा . अगर सफाई कर्मी की मौत होती है तो उसके परिवार की जिम्मेदारी सरकार की होगी .

Intro:प्रेस क्लब , दिल्ली

स्वराज अभियान के संस्थापक योगेंद्र यादव का कहना है कि सीवर में उतर कर सफाई करते वक्त जिन सफाई कर्मियों की मौत हो जाती है उनको भी शहीद माना जाना चाहिए. योगेंद्र यादव ने कहा कि सीवर में सफाई कर्मियों की मौत संविधान पर धब्बा है .






Body:यादव ने कहा कि जब सीमा पर सैनिक मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसे शहीद कहते हैं जब फायर ब्रिगेड का व्यक्ति लोगों को आग से बचाते हुए मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसे भी शहीद कहा जाता है तो फिर सीवर में उतर कर जो लोग सफाई करते हैं और जिनकी मौतें हो जाती है उन्हें भी शहीद कहा जाना चाहिए.


योगेंद्र यादव ने कहा कि इस देश में सीवर में उतर कर सफाई करने वाले लोगों की मौतों का आंकड़ा इतना बड़ा है कि देश शर्मसार हो जाए . इस देश में दो कानून बन चुके हैं मैला ढोने की प्रथा को रोकने के लिए लेकिन कोई भी ठीक से लागू नहीं हुआ.

बता दे कि सीवर में सफाई कर्मियों की होने वाली मौतों के खिलाफ 25 फरवरी को दिल्ली में धरना आयोजित किया जाएगा . योगेंद्र यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी राजनीतिक दल अपने घोषणापत्र में इस बात को शामिल करें कि कोई भी सफाई कर्मी सीवर में नहीं उतरेगा . अगर सफाई कर्मी की मौत होती है तो उसके परिवार की जिम्मेदारी सरकार की होगी .



Conclusion:बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली के प्रेस क्लब में में सीवर में सफाई कर्मियों की होने वाली मौतों के खिलाफ एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी जिसमें योगेंद्र यादव शामिल हुए थे.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.