नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा बीते दिनों देश भर में बड़ी चर्चा का विषय रही है. कुकी-जोमी जनजातियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के बीच संघर्ष में कई लोगों ने जान गंवा दी. मणिपुर हाईकोर्ट के मैतेई समुदाय को लेकर दिए फैसले के बाद राज्य में हिंसा भड़क उठा. मणिपुर में भड़की हिंसा के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी प्रदर्शन किया जा रहा है. कभी मेइती समुदाय की तरफ से जंतर मंतर पर धरना दिया जा रहा है तो कभी कुकी समुदाय के लोग हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुकी समुदाय के लोगों ने पहले कैंडल मार्च निकाला. उसके बाद उन्होंने मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. हालांकि पुलिस ने उन्हें ज्यादा देर तक जंतर-मंतर पर रहने नहीं दिया.
इससे पहले मेइती समुदाय के लोगों ने मणिपुर में हो रही हिंसा के विरोध में शांति की अपील को लेकर प्रदर्शन किया था. बता दें कि कुकी समुदाय के लोग मणिपुर की सरकार से नाराज हैं और कई बार यह भी आरोप लगा चुके हैं कि सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से हिंसा को रोकने को लेकर कई बार मांग कर चुके हैं.
मणिपुर में शांति के लिए केंद्र सरकार लगातार कोशिश कर रही है. केंद्र सरकार ने तनाव को कम करने के लिए अहम कदम उठाया है. गृह मंत्रालय ने राज्य के राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति का गठन किया है. मणिपुर में हुई हिंसा की जांच को लेकर सीबीआई ने डीआईजी रैंक के अधिकारी के तहत विशेष जांच की जा रही है.
ये भी पढ़ें : Manipur Violence: शाह के आवास के बाहर मणिपुर के कुकी समाज का प्रदर्शन, शांति बहाली की मांग