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केजरीवाल का केंद्र से सवाल- पिज्जा की होम डिलीवरी, तो राशन की क्यों नहीं ? - राशन के मुद्दे पर केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज प्रधानमंत्री मोदी पर खूब बरसे. दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी, घर-घर राशन योजना पर केंद्र द्वारा लगाए गए रोक को लेकर सीधे तौर पर सीएम ने पीएम से सवाल किया और यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री जी आपको राशन माफिया से हमदर्दी क्यों है, आप दिल्ली वालों का राशन क्यों रोक रहे हैं.

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मोदी पर बरसे केजरीवाल
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Published : Jun 6, 2021, 12:34 PM IST

Updated : Jun 6, 2021, 3:23 PM IST

नई दिल्ली: रविवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा निशाना साधा. यह निशाना घर-घर राशन योजना को केंद्र द्वारा रोकने को लेकर था. सीएम ने कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री सादर प्रणाम, आज मैं बहुत व्यथित हूं, सीधे आपसे बात करना चाहता हूं.

वीडियो रिपोर्ट

अगर कोई गलती हो जाए तो माफ कर दीजिएगा. अगले हफ्ते से दिल्ली सरकार गरीबों के घरों तक राशन पहुंचाने वाली थी, सारी तैयारी हो चुकी थी, यह क्रांतिकारी कदम होने वाला था. लेकिन अचानक आपने इसको रोक दिया.

पढ़ें- दिल्ली अनलॉक : सात जून से चलेगी मेट्रो, मॉल-बाजार और ऑफिस खुलेंगे

'17 साल पहले भी उठाई थी आवाज़'

सीएम ने सवाल किया कि सर आपने ऐसा क्यों किया. पिछले 75 साल से देश की गरीब जनता राशन माफिया का शिकार होती आई है. 75 साल से हर महीने फाइलों में जनता के नाम का राशन जारी होता है, लेकिन उनको मिलता नहीं है. अधिकांश राशन चोरी हो जाता है.

सीएम ने कहा कि यह राशन माफिया बहुत ताकतवर हैं. सीएम ने इस दौरान राशन माफिया से अपनी लड़ाई का भी जिक्र किया और कहा कि 17 साल पहले मैंने इस माफिया के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिसके बाद हम पर 7 बार खतरनाक हमले हुए और एक बार तो इन लोगों ने हमारी एक बहन का गला काट दिया.

'बहुत ऊपर तक हैं इस राशन माफिया के तार'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तब मैंने कसम खाई थी कि इस व्यवस्था को अपने जीवन में कभी ना कभी जरूर ठीक करूंगा. उन्होंने कहा कि इस राशन माफिया के तार बहुत ऊपर तक हैं. 75 साल में आज तक कोई भी सरकार इस माफिया को खत्म करने की हिम्मत नहीं कर पाई है.

दिल्ली में पहली बार एक सरकार आई है, जिसने हिम्मत दिखाई है. अगर घर-घर राशन व्यवस्था लागू हो जाती, तो राशन माफिया खत्म हो जाता, लेकिन देखिए राशन माफिया कितना ताकतवर निकला कि अगले हफ्ते से लागू होने वाली योजना को रुकवा दिया.

'एक बार नहीं, 5-5 बार लिया केंद्र की अप्रूवल'

इस योजना को रोकने के पीछे केंद्र द्वारा बताए गए कारण का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि आपने इस आधार पर स्कीम खारिज की है कि हमने केंद्र सरकार से इसकी अप्रूवल नहीं लिया. यह गलत है हमने एक बार नहीं पांच-पांच बार आपकी अप्रूवल ली है.

इससे जुड़ी चिट्टियां दिखाते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को हमने इतनी चिट्ठियां लिखकर बताया कि हम यह योजना दिल्ली में लागू करने जा रहे हैं. हालांकि कानूनन दिल्ली में हमें यह स्कीम लागू करने के लिए केंद्र सरकार की कोई अप्रूवल लेने की जरूरत नहीं है.

'हम नहीं चाहते थे केंद्र से कोई विवाद'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कानूनन इस स्कीम को लागू करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से सक्षम है, लेकिन हम केंद्र सरकार से किसी तरह का विवाद नहीं चाहते थे. सीएम ने कहा कि मार्च महीने में हमारी इस योजना पर आपकी सरकार ने कुछ आपत्तियां लगाई, हमने आपकी सभी आपत्तियों को दूर किया.

आपने इस योजना के नाम, मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना पर आपत्ति जताई, हमने 'मुख्यमंत्री' हटा दिया, हमारा मकसद अपना नाम चमकाना नहीं था, हमारा मकसद था किसी भी तरह स्कीम लागू हो और गरीबों को उनका राशन मिलने लगे. इसके बावजूद आप कह रहे हैं कि हमने आपकी अप्रूवल नहीं लिया.

'पिज्जा की होम डिलीवरी, तो राशन की क्यों नहीं'

सीएम ने कहा, लोग पूछ रहे हैं कि अगर इस देश में पिज़्ज़ा, बर्गर, स्मार्टफोन और कपड़े तक की होम डिलीवरी हो सकती है, तो फिर गरीबों के घरों तक राशन की होम डिलीवरी क्यों नहीं होनी चाहिए. आज सारा देश जानना चाहता है प्रधानमंत्री जी कि आपने यह स्कीम क्यों ख़ारिज की.

सीएम ने इस मामले में हाई कोर्ट में चल रहे केस का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आपने यह भी कहा कि राशन दुकानदारों ने दिल्ली हाई कोर्ट में इसके खिलाफ केस कर रखा है, इसलिए स्कीम खारिज की जाती है. सीएम ने सवाल किया कि इस बात पर स्कीम कैसे खारिज कर सकते हैं.

'जब हाई कोर्ट में आपत्ति नहीं, तो बाहर क्यों'

उन्होंने बताया कि राशन दुकानदार इस योजना के खिलाफ हाईकोर्ट से स्टे लेने गए थे. हाईकोर्ट ने स्टे देने से मना कर दिया. सीएम ने सवाल किया कि जब हाईकोर्ट ने स्टे नहीं दिया, तो आपने इस स्कीम पर स्टे कैसे लगा दिया.

आपको इन राशन वालों से इतनी हमदर्दी क्यों है. अगर आप राशन माफिया के साथ खड़े होंगे, तो इस देश के गरीब लोगों के साथ कौन खड़ा होगा. दिल्ली के 70 लाख गरीबों का क्या होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट में इस योजना के खिलाफ एक भी आपत्ति नहीं की है, फिर कोर्ट से बाहर ऐसी आपत्ति क्यों है.

'दुकानों पर लगती है भीड़, कोरोना का खतरा'

कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि यह बहुत कठिन समय है. मैं कई ऐसे लोगों को जानता हूं, जो कोरोना के कारण राशन लेने नहीं जाते, राशन दुकानों पर भीड़ लगती है. इनमें कई ऐसे हैं, जो कोरोना काल में अपनी नौकरी खो चुके हैं, उनके घर में खाने को नहीं है.

अगर हम उनके घर तक राशन पहुंचाना चाहते थे, तो इसमें आपको आपत्ति क्यों थी. तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे की आशंका का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग इसलिए भी राशन लेने नहीं जाना चाहते कि वे संक्रमित होंगे, तो बच्चों में संक्रमण आ जाएगा.

'रत्ती भर भी क्रेडिट के लिए नहीं कर रहा काम'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं, देश भर में यह घर-घर राशन योजना लागू होनी चाहिए. कितने बुजुर्ग हैं, गर्भवती महिलाएं हैं, जो राशन लेने दुकानों पर नहीं जा सकतीं. सीएम ने कहा कि केंद्र के कुछ अधिकारी कह रहे हैं कि इस स्कीम के खारिज होने का असली कारण यह है कि राशन केंद्र सरकार का है.

इस योजना से दिल्ली सरकार को इसका श्रेय क्यों मिलना चाहिए. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सर यकीन मानिए, यह काम मैं रत्ती भर भी क्रेडिट के लिए नहीं कर रहा, मेरा सिर्फ एक ही मकसद है कि किसी भी तरह गरीबों को उनका पूरा राशन मिले.

'सबसे कहूंगा कि मोदीजी ने लागू की है योजना'

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप प्लीज मुझे यह लागू कर लेने दीजिए, सारा क्रेडिट आपका. मैं खुद सारी दुनिया से कहूंगा कि यह योजना मोदी जी ने लागू की है. सीएम ने कहा कि यह राशन ना आपका है, ना मेरा है, न आम आदमी पार्टी का है, न भाजपा का है. यह इस देश के लोगों का है और इस राशन की चोरी रोकने की जिम्मेदारी हम दोनों की है.

सीएम ने कहा कि इस वक्त देश बहुत भारी संकट से गुजर रहा है, यह एक दूसरे का हाथ पकड़कर मदद करने का समय है, एक दूसरे से झगड़ने का नहीं. लोगों को लगने लगा है कि इस मुसीबत के समय भी केंद्र सरकार सबसे झगड़ रही है.

'सभी राज्यों से झगड़ रही है केंद्र सरकार'

प्रधानमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप ममता दीदी से झगड़ रहे हैं, झारखंड सरकार से झगड़ रहे हैं, लक्ष्यदीप के लोगों से झगड़ रहे हैं, महाराष्ट्र सरकार से लड़ रहे हैं, दिल्ली के लोगों से लड़ रहे हैं, किसानों से लड़ रहे हैं.

लोग इस बात से बहुत दुखी हैं कि केंद्र सरकार सबसे लड़ रही है. हम सब आपके ही हैं. अगर अभी हम सब आपस में लड़ेंगे, तो कोरोना से कैसे जीतेंगे जीतेंगे. सीएम ने कहा, कल सब लोग अखबारों की यह हेडलाइन पढ़ना चाहते हैं कि मोदी जी ने दिल्ली सरकार के साथ मिलकर दिल्ली के हर गरीब के घर राशन पहुंचाया.

'तो लोग हमें और आपको माफ नहीं कर पाएंगे'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल लोग टीवी चैनलों पर यह ब्रेकिंग देखना चाहते हैं कि मोदी जी और केजरीवाल ने मिलकर दिल्ली के गरीब लोगों के घरों तक राशन पहुंचाया. सीएम ने कहा, मैं हाथ जोड़कर दिल्ली के 70 लाख गरीब लोगों की ओर से आपसे विनती करता हूं, प्लीज इस योजना को मत रोकिए.

आज तक राष्ट्रहित के सभी कामों में मैंने आपका साथ दिया है, हमेशा कहा कि राष्ट्रहित के किसी भी काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए. राष्ट्रहित के इस काम में आप भी हमारा साथ दीजिए. अगर अगले 75 साल भी लोग राशन की लाइन में खड़े रहे, तो ये आपको और हमें कभी माफ नहीं कर पाएंगे.

नई दिल्ली: रविवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा निशाना साधा. यह निशाना घर-घर राशन योजना को केंद्र द्वारा रोकने को लेकर था. सीएम ने कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री सादर प्रणाम, आज मैं बहुत व्यथित हूं, सीधे आपसे बात करना चाहता हूं.

वीडियो रिपोर्ट

अगर कोई गलती हो जाए तो माफ कर दीजिएगा. अगले हफ्ते से दिल्ली सरकार गरीबों के घरों तक राशन पहुंचाने वाली थी, सारी तैयारी हो चुकी थी, यह क्रांतिकारी कदम होने वाला था. लेकिन अचानक आपने इसको रोक दिया.

पढ़ें- दिल्ली अनलॉक : सात जून से चलेगी मेट्रो, मॉल-बाजार और ऑफिस खुलेंगे

'17 साल पहले भी उठाई थी आवाज़'

सीएम ने सवाल किया कि सर आपने ऐसा क्यों किया. पिछले 75 साल से देश की गरीब जनता राशन माफिया का शिकार होती आई है. 75 साल से हर महीने फाइलों में जनता के नाम का राशन जारी होता है, लेकिन उनको मिलता नहीं है. अधिकांश राशन चोरी हो जाता है.

सीएम ने कहा कि यह राशन माफिया बहुत ताकतवर हैं. सीएम ने इस दौरान राशन माफिया से अपनी लड़ाई का भी जिक्र किया और कहा कि 17 साल पहले मैंने इस माफिया के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिसके बाद हम पर 7 बार खतरनाक हमले हुए और एक बार तो इन लोगों ने हमारी एक बहन का गला काट दिया.

'बहुत ऊपर तक हैं इस राशन माफिया के तार'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तब मैंने कसम खाई थी कि इस व्यवस्था को अपने जीवन में कभी ना कभी जरूर ठीक करूंगा. उन्होंने कहा कि इस राशन माफिया के तार बहुत ऊपर तक हैं. 75 साल में आज तक कोई भी सरकार इस माफिया को खत्म करने की हिम्मत नहीं कर पाई है.

दिल्ली में पहली बार एक सरकार आई है, जिसने हिम्मत दिखाई है. अगर घर-घर राशन व्यवस्था लागू हो जाती, तो राशन माफिया खत्म हो जाता, लेकिन देखिए राशन माफिया कितना ताकतवर निकला कि अगले हफ्ते से लागू होने वाली योजना को रुकवा दिया.

'एक बार नहीं, 5-5 बार लिया केंद्र की अप्रूवल'

इस योजना को रोकने के पीछे केंद्र द्वारा बताए गए कारण का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि आपने इस आधार पर स्कीम खारिज की है कि हमने केंद्र सरकार से इसकी अप्रूवल नहीं लिया. यह गलत है हमने एक बार नहीं पांच-पांच बार आपकी अप्रूवल ली है.

इससे जुड़ी चिट्टियां दिखाते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को हमने इतनी चिट्ठियां लिखकर बताया कि हम यह योजना दिल्ली में लागू करने जा रहे हैं. हालांकि कानूनन दिल्ली में हमें यह स्कीम लागू करने के लिए केंद्र सरकार की कोई अप्रूवल लेने की जरूरत नहीं है.

'हम नहीं चाहते थे केंद्र से कोई विवाद'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कानूनन इस स्कीम को लागू करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से सक्षम है, लेकिन हम केंद्र सरकार से किसी तरह का विवाद नहीं चाहते थे. सीएम ने कहा कि मार्च महीने में हमारी इस योजना पर आपकी सरकार ने कुछ आपत्तियां लगाई, हमने आपकी सभी आपत्तियों को दूर किया.

आपने इस योजना के नाम, मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना पर आपत्ति जताई, हमने 'मुख्यमंत्री' हटा दिया, हमारा मकसद अपना नाम चमकाना नहीं था, हमारा मकसद था किसी भी तरह स्कीम लागू हो और गरीबों को उनका राशन मिलने लगे. इसके बावजूद आप कह रहे हैं कि हमने आपकी अप्रूवल नहीं लिया.

'पिज्जा की होम डिलीवरी, तो राशन की क्यों नहीं'

सीएम ने कहा, लोग पूछ रहे हैं कि अगर इस देश में पिज़्ज़ा, बर्गर, स्मार्टफोन और कपड़े तक की होम डिलीवरी हो सकती है, तो फिर गरीबों के घरों तक राशन की होम डिलीवरी क्यों नहीं होनी चाहिए. आज सारा देश जानना चाहता है प्रधानमंत्री जी कि आपने यह स्कीम क्यों ख़ारिज की.

सीएम ने इस मामले में हाई कोर्ट में चल रहे केस का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आपने यह भी कहा कि राशन दुकानदारों ने दिल्ली हाई कोर्ट में इसके खिलाफ केस कर रखा है, इसलिए स्कीम खारिज की जाती है. सीएम ने सवाल किया कि इस बात पर स्कीम कैसे खारिज कर सकते हैं.

'जब हाई कोर्ट में आपत्ति नहीं, तो बाहर क्यों'

उन्होंने बताया कि राशन दुकानदार इस योजना के खिलाफ हाईकोर्ट से स्टे लेने गए थे. हाईकोर्ट ने स्टे देने से मना कर दिया. सीएम ने सवाल किया कि जब हाईकोर्ट ने स्टे नहीं दिया, तो आपने इस स्कीम पर स्टे कैसे लगा दिया.

आपको इन राशन वालों से इतनी हमदर्दी क्यों है. अगर आप राशन माफिया के साथ खड़े होंगे, तो इस देश के गरीब लोगों के साथ कौन खड़ा होगा. दिल्ली के 70 लाख गरीबों का क्या होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट में इस योजना के खिलाफ एक भी आपत्ति नहीं की है, फिर कोर्ट से बाहर ऐसी आपत्ति क्यों है.

'दुकानों पर लगती है भीड़, कोरोना का खतरा'

कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि यह बहुत कठिन समय है. मैं कई ऐसे लोगों को जानता हूं, जो कोरोना के कारण राशन लेने नहीं जाते, राशन दुकानों पर भीड़ लगती है. इनमें कई ऐसे हैं, जो कोरोना काल में अपनी नौकरी खो चुके हैं, उनके घर में खाने को नहीं है.

अगर हम उनके घर तक राशन पहुंचाना चाहते थे, तो इसमें आपको आपत्ति क्यों थी. तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे की आशंका का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग इसलिए भी राशन लेने नहीं जाना चाहते कि वे संक्रमित होंगे, तो बच्चों में संक्रमण आ जाएगा.

'रत्ती भर भी क्रेडिट के लिए नहीं कर रहा काम'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं, देश भर में यह घर-घर राशन योजना लागू होनी चाहिए. कितने बुजुर्ग हैं, गर्भवती महिलाएं हैं, जो राशन लेने दुकानों पर नहीं जा सकतीं. सीएम ने कहा कि केंद्र के कुछ अधिकारी कह रहे हैं कि इस स्कीम के खारिज होने का असली कारण यह है कि राशन केंद्र सरकार का है.

इस योजना से दिल्ली सरकार को इसका श्रेय क्यों मिलना चाहिए. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सर यकीन मानिए, यह काम मैं रत्ती भर भी क्रेडिट के लिए नहीं कर रहा, मेरा सिर्फ एक ही मकसद है कि किसी भी तरह गरीबों को उनका पूरा राशन मिले.

'सबसे कहूंगा कि मोदीजी ने लागू की है योजना'

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप प्लीज मुझे यह लागू कर लेने दीजिए, सारा क्रेडिट आपका. मैं खुद सारी दुनिया से कहूंगा कि यह योजना मोदी जी ने लागू की है. सीएम ने कहा कि यह राशन ना आपका है, ना मेरा है, न आम आदमी पार्टी का है, न भाजपा का है. यह इस देश के लोगों का है और इस राशन की चोरी रोकने की जिम्मेदारी हम दोनों की है.

सीएम ने कहा कि इस वक्त देश बहुत भारी संकट से गुजर रहा है, यह एक दूसरे का हाथ पकड़कर मदद करने का समय है, एक दूसरे से झगड़ने का नहीं. लोगों को लगने लगा है कि इस मुसीबत के समय भी केंद्र सरकार सबसे झगड़ रही है.

'सभी राज्यों से झगड़ रही है केंद्र सरकार'

प्रधानमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप ममता दीदी से झगड़ रहे हैं, झारखंड सरकार से झगड़ रहे हैं, लक्ष्यदीप के लोगों से झगड़ रहे हैं, महाराष्ट्र सरकार से लड़ रहे हैं, दिल्ली के लोगों से लड़ रहे हैं, किसानों से लड़ रहे हैं.

लोग इस बात से बहुत दुखी हैं कि केंद्र सरकार सबसे लड़ रही है. हम सब आपके ही हैं. अगर अभी हम सब आपस में लड़ेंगे, तो कोरोना से कैसे जीतेंगे जीतेंगे. सीएम ने कहा, कल सब लोग अखबारों की यह हेडलाइन पढ़ना चाहते हैं कि मोदी जी ने दिल्ली सरकार के साथ मिलकर दिल्ली के हर गरीब के घर राशन पहुंचाया.

'तो लोग हमें और आपको माफ नहीं कर पाएंगे'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल लोग टीवी चैनलों पर यह ब्रेकिंग देखना चाहते हैं कि मोदी जी और केजरीवाल ने मिलकर दिल्ली के गरीब लोगों के घरों तक राशन पहुंचाया. सीएम ने कहा, मैं हाथ जोड़कर दिल्ली के 70 लाख गरीब लोगों की ओर से आपसे विनती करता हूं, प्लीज इस योजना को मत रोकिए.

आज तक राष्ट्रहित के सभी कामों में मैंने आपका साथ दिया है, हमेशा कहा कि राष्ट्रहित के किसी भी काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए. राष्ट्रहित के इस काम में आप भी हमारा साथ दीजिए. अगर अगले 75 साल भी लोग राशन की लाइन में खड़े रहे, तो ये आपको और हमें कभी माफ नहीं कर पाएंगे.

Last Updated : Jun 6, 2021, 3:23 PM IST
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