नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते बने दमघोटू माहौल से लोगों को जो परेशानी हो रही है इस पर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार आमने-सामने आ गई हैं. दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखकर कहा है कि वह सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के डाटा को शेयर करें.
डाटा पर उठाए सवाल
दिल्ली सरकार का कहना है कि वह सफर के डाटा के हिसाब से दिल्ली के प्रदूषण से निपटने के लिए कदम उठाएंगे. सफर नाम एजेंसी केंद्र सरकार को प्रदूषण संबंधी डाटा उपलब्ध कराती है. दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत ने सफर द्वारा पराली से होने वाले प्रदूषण को कम बताने वाले डाटा पर भी सवाल उठाए हैं.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर कैलाश गहलोत ने कहा है कि अगर सफर के पास ऐसी तकनीक है तो रियल टाइम जानकारी दी जाए. ताकि दिल्ली सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए ज्यादा कारगर उपाय कर सकें. दिल्ली एनसीआर में अगले सप्ताह प्रदूषण की स्थिति और खराब होने की आशंका जताई जा रही है. इस दौरान मौसम में होने वाले परिवर्तनों के चलते वातावरण में प्रदूषण की मात्रा सबसे ज्यादा रहने की संभावना है. जबकि दिवाली के दौरान पटाखे आतिशबाजी और पराली का धुआं जानलेवा साबित हो सकता है. केंद्र सरकार द्वारा संचालित संस्था सफर ने भी महीने के आखिरी सप्ताह को लेकर चेतावनी जारी की है.
जानलेवा हुई प्रदूषण
पिछले 5 दिनों से दिल्ली की हवा लगातार खराब श्रेणी में चल रही है. रविवार की शाम को यह कुछ समय के लिए बेहद खराब श्रेणी में भी पहुंच गई थी. सफर का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी से ऊपरी हिस्से तक पहुंच सकता है. लेकिन इस महीने के आखिरी सप्ताह में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो सकती है.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण पर एक बार फिर हरियाणा और पंजाब में चलाए जा रहे पराली को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने सोमवार को कहा था कि दिल्ली में बीते 4 माह से हवा बिल्कुल साफ थी. यह पहला मौका था जब लगातार दिल्ली में प्रदूषण का स्तर अच्छे श्रेणी में रहा. मगर दूसरे राज्यों में जलाई जा रही पराली से दिल्ली की आबोहवा खराब हो रही है.