नई दिल्ली: इस संगोष्ठी में राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना और डॉक्टर अंबेडकर उच्च शिक्षा फैलोशिप योजना जैसे कल्याणकारी शैक्षिक कदमों के जरिए हमने वंचित समाज के बच्चों के उज्जवल भविष्य निर्माण की तरफ विशेष ध्यान दिया है.
उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चों को कोचिंग सेंटर तक आने-जाने तक के लिए दिल्ली सरकार ढाई हजार रुपए दे रही है.
'सीवर सफाई मशीनीकरण'
दिल्ली सरकार की सीवर सफाई मशीनीकरण योजना को वंचित वर्ग की भलाई से जोड़ते हुए राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि एक तरफ जहां इस मशीनीकरण से सीधे तौर पर सीवर सफाई में अमानवीय भूमिका खत्म हुई है, वहीं मशीनीकरण से जुड़े कार्यों में समाज के विशेष लोगों के लिए रोजगार सृजन हुआ है, जिससे मानवीय गरिमा के साथ रोजगार के अवसर भी पैदा हुए हैं.
'समाज के समग्र विकास से बाबा साहेब को श्रद्धांजलि'
चुनाव में आरक्षित सीटों के जरिए विधानसभा व संसद में पहुंचने वाले प्रतिनिधियों बारे में गौतम ने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाए संविधान के परिणाम स्वरुप जनप्रतिनिधि आरक्षित सीटों पर विधानसभाओं और संसद में पहुंचते हैं. अगर सभी अपने समाज की आवाज को सदन में सही तरीके से उठाएं, तो कोई कारण नहीं कि समाज का समग्र विकास ना हो सके और ऐसा करके ही बाबा साहेब को उचित श्रद्धांजलि दी जा सकती है.
इस कार्यक्रम के बाद गौतम ने अपने आवास पर कांशी राम के 13वें महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया, जहां उन्हें याद करते हुए उन्होंने कहा कि आज समाज को कांशी राम जैसे नेतृत्व कि जरूरत है. हमारी कोशिश है कि हम बाबा साहेब अम्बेडकर और मान्यवर कांशी राम के पदचिन्हों पर चलते हुए समाज को एकजुट करने का प्रयास कर, जाति विहीन समाज की कल्पना को हकीकत बना सकें.