ETV Bharat / state

Kailash Gahlot बने केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में सबसे पावरफुल मंत्री, जानें क्यों - दिल्ली की ताजा खबरें

दिल्ली सरकार की कैबिनेट में अब कैलाश गहलोत सबसे पावरफुल मंत्री बन गए हैं. अब उनके पास प्रशासनिक सुधार, परिवहन, वित्त, राजस्व, समेत आबकारी विभाग भी है. वहीं सत्येंद्र जैन के अधिकांश विभाग मंत्री सौरभ भारद्वाज को दिए गए हैं.

Kailash Gahlot became most powerful minister
Kailash Gahlot became most powerful minister
author img

By

Published : Mar 10, 2023, 2:41 PM IST

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार के कैबिनेट में फेरबदल का काम पूरा हो गया है और इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. छह मंत्रियों के साथ ही केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में अब मंत्री कैलाश गहलोत सबसे पावरफुल बन गए हैं. उनके पास गृह, वित्त, राजस्व, प्रशासनिक सुधार, परिवहन समेत वर्तमान में सुर्खियों में रहने वाला आबकारी विभाग एवं अन्य विभाग भी हैं, जो इस समय किसी भी मंत्री के पास नहीं है. उन सभी विभागों की जिम्मेदारी गहलोत संभालेंगे.

वहीं, केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में शुरू से ही शामिल गोपाल राय के पास तीन विभाग की जिम्मेदारी होगी. इसके अतिरिक्त इमरान हुसैन सिर्फ दो विभाग वाले मंत्री बन गए हैं. आम आदमी पार्टी सरकार में जो भूमिका सत्येंद्र जैन की थी, उनके अधिकांश विभाग अब सौरभ भारद्वाज को दिए गए हैं. स्वास्थ्य क्षेत्र में दिल्ली में जो काम हुए हैं, केजरीवाल उसका श्रेय अपने मंत्री सत्येंद्र जैन को देते रहे हैं. अब यह जिम्मेदारी सौरभ भारद्वाज के कंधों पर दी गई है. इसी तरह दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को देश के सबसे बेहतर शिक्षा व्यवस्था बताने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी कैबिनेट में शामिल नई मंत्री आतिशी को शिक्षा विभाग दिया है. शिक्षा विभाग के अलावा वह कुल छह विभाग देखेंगी.

नवनियुक्त दोनों मंत्री आतिशी व सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को पद व गोपनीयता की शपथ लेने के बाद शुक्रवार को दिल्ली सचिवालय में कार्यभार संभाल लिया है. सौरभ भारद्वाज ने सचिवालय पहुंचने से पहले कालकाजी मंदिर में जाकर दर्शन किए. उधर आतिशी ने भी दिल्ली सचिवालय में आकर अपना कार्यभार संभाल लिया और अपने विभागों के सचिवों के साथ मीटिंग की.

मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जो दिल्ली सरकार में दूसरे और तीसरे नंबर के मंत्री थे, अब केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में कैलाश गहलोत को सभी महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी गई है. इस पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बतौर परिवहन मंत्री, कैलाश गहलोत डीटीसी बसों की खरीद के घोटाले में फंसे हुए हैं. इस मामले की जांच सितंबर से सीबीआई कर रही है. वह दिन दूर नहीं जब उस जांच की आंच कैलाश गहलोत पर भी आएगी.

केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में इन मंत्रियों के जिम्मे है यह विभाग-

कैलाश गहलोत- विधि न्याय एवं विधायी कार्य, परिवहन, प्रशासनिक सुधार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, राजस्व, वित्त, गृह, योजना एवं वह विभाग जो अन्य किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं.

गोपाल राय- विकास, सामान्य प्रशासन विभाग, पर्यावरण, वन तथा जंतु विभाग

इमरान हुसैन- खाद्य एवं आपूर्ति, चुनाव

राजकुमार आनंद- गुरुद्वारा चुनाव, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, समाज कल्याण, सहकारिता, भूमि एवं भवन, श्रम, रोजगार

सौरभ भारद्वाज- शहरी विकास, जल मंत्रालय, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, विजिलेंस, सेवा विभाग, स्वास्थ्य, इंडस्ट्रीज विभाग

आतिशी- शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, लोक निर्माण विभाग, बिजली, कला व संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग

यह भी पढ़ें-Saurabh Bhardwaj in Kalkaji: कार्यभार संभालने से पहले कालकाजी पहुंचे सौरभ भारद्वाज, मां के चरणों में टेका मत्था

जानिए क्या है डीटीसी घोटाला: सितंबर 2022 में दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार की एक रिपोर्ट पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने परिवहन विभाग द्वारा डीटीसी बसों की खरीद प्रक्रिया में अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने की मंजूरी दी थी और सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. दिल्ली सरकार द्वारा एक हजार नई लो फ्लोर बस खरीदने और उसके रखरखाव की जो शर्त रखी गयी थी, आरोप है कि इस हिसाब से यह 3500 करोड़ रुपये का रखरखाव का घोटाला है.

यह भी पढ़ें-Delhi Excise policy: सिसोदिया की जमानत की सुनवाई से पहले ईडी मांगेगी हिरासत

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार के कैबिनेट में फेरबदल का काम पूरा हो गया है और इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. छह मंत्रियों के साथ ही केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में अब मंत्री कैलाश गहलोत सबसे पावरफुल बन गए हैं. उनके पास गृह, वित्त, राजस्व, प्रशासनिक सुधार, परिवहन समेत वर्तमान में सुर्खियों में रहने वाला आबकारी विभाग एवं अन्य विभाग भी हैं, जो इस समय किसी भी मंत्री के पास नहीं है. उन सभी विभागों की जिम्मेदारी गहलोत संभालेंगे.

वहीं, केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में शुरू से ही शामिल गोपाल राय के पास तीन विभाग की जिम्मेदारी होगी. इसके अतिरिक्त इमरान हुसैन सिर्फ दो विभाग वाले मंत्री बन गए हैं. आम आदमी पार्टी सरकार में जो भूमिका सत्येंद्र जैन की थी, उनके अधिकांश विभाग अब सौरभ भारद्वाज को दिए गए हैं. स्वास्थ्य क्षेत्र में दिल्ली में जो काम हुए हैं, केजरीवाल उसका श्रेय अपने मंत्री सत्येंद्र जैन को देते रहे हैं. अब यह जिम्मेदारी सौरभ भारद्वाज के कंधों पर दी गई है. इसी तरह दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को देश के सबसे बेहतर शिक्षा व्यवस्था बताने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी कैबिनेट में शामिल नई मंत्री आतिशी को शिक्षा विभाग दिया है. शिक्षा विभाग के अलावा वह कुल छह विभाग देखेंगी.

नवनियुक्त दोनों मंत्री आतिशी व सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को पद व गोपनीयता की शपथ लेने के बाद शुक्रवार को दिल्ली सचिवालय में कार्यभार संभाल लिया है. सौरभ भारद्वाज ने सचिवालय पहुंचने से पहले कालकाजी मंदिर में जाकर दर्शन किए. उधर आतिशी ने भी दिल्ली सचिवालय में आकर अपना कार्यभार संभाल लिया और अपने विभागों के सचिवों के साथ मीटिंग की.

मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जो दिल्ली सरकार में दूसरे और तीसरे नंबर के मंत्री थे, अब केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में कैलाश गहलोत को सभी महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी गई है. इस पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बतौर परिवहन मंत्री, कैलाश गहलोत डीटीसी बसों की खरीद के घोटाले में फंसे हुए हैं. इस मामले की जांच सितंबर से सीबीआई कर रही है. वह दिन दूर नहीं जब उस जांच की आंच कैलाश गहलोत पर भी आएगी.

केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में इन मंत्रियों के जिम्मे है यह विभाग-

कैलाश गहलोत- विधि न्याय एवं विधायी कार्य, परिवहन, प्रशासनिक सुधार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, राजस्व, वित्त, गृह, योजना एवं वह विभाग जो अन्य किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं.

गोपाल राय- विकास, सामान्य प्रशासन विभाग, पर्यावरण, वन तथा जंतु विभाग

इमरान हुसैन- खाद्य एवं आपूर्ति, चुनाव

राजकुमार आनंद- गुरुद्वारा चुनाव, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, समाज कल्याण, सहकारिता, भूमि एवं भवन, श्रम, रोजगार

सौरभ भारद्वाज- शहरी विकास, जल मंत्रालय, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, विजिलेंस, सेवा विभाग, स्वास्थ्य, इंडस्ट्रीज विभाग

आतिशी- शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, लोक निर्माण विभाग, बिजली, कला व संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग

यह भी पढ़ें-Saurabh Bhardwaj in Kalkaji: कार्यभार संभालने से पहले कालकाजी पहुंचे सौरभ भारद्वाज, मां के चरणों में टेका मत्था

जानिए क्या है डीटीसी घोटाला: सितंबर 2022 में दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार की एक रिपोर्ट पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने परिवहन विभाग द्वारा डीटीसी बसों की खरीद प्रक्रिया में अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने की मंजूरी दी थी और सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. दिल्ली सरकार द्वारा एक हजार नई लो फ्लोर बस खरीदने और उसके रखरखाव की जो शर्त रखी गयी थी, आरोप है कि इस हिसाब से यह 3500 करोड़ रुपये का रखरखाव का घोटाला है.

यह भी पढ़ें-Delhi Excise policy: सिसोदिया की जमानत की सुनवाई से पहले ईडी मांगेगी हिरासत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.