नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में आज से शुरू हुई विंटर सेमेस्टर की क्लास छात्रों और शिक्षकों ने नॉन को-ऑपरेशन का ऐलान कर दिया है. बता दें कि पहले ही दिन सभी क्लास खाली पड़ी रहीं.
वहीं जेएनयू छात्रसंघ के महासचिव सतीश चंद्र यादव ने कहा कि जब तक कुलपति को हटाया नहीं जाता और बढ़ी हुई फीस वापस नहीं ली जाती, न ही कोई छात्र क्लास लेगा और न ही शिक्षक पढ़ाएंगे.
'कॉलेज के निकास द्वार को निकाला गया'
वहीं विंटर्स सेमेस्टर की क्लास का नॉन को - ऑपरेशन करने को लेकर जेएनयू छात्र संघ के महासचिव सतीश चंद्र यादव ने कहा कि जेएनयू प्रशासन ने उनकी किसी भी मांग को नहीं माना इसलिए छात्र क्लास नहीं ले रहे हैं. वहीं उन्होंने बताया कि जेएनयू प्रशासन ने इस डर से कि दोबारा छात्र कमरों को बंद ना कर दें, विश्वविद्यालय के अधिकतर निकास द्वार के दरवाजे निकाल दिए गए हैं. सतीश ने बताया कि प्रशासन द्वारा इस तरह का कदम उठाना उनके डर को दर्शाता है.
'फीस वापसी के बाद ही खत्म होगा आंदोलन'
वहीं पहले ही दिन स्कूल ऑफ लैंग्वेज सहित सभी स्कूल में क्लास खाली नज़र आईं. वहीं इसको लेकर छात्र संघ महासचिव सतीश चंद्र यादव ने कहा कि जेएनयू के कुलपति ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हुई बातचीत के दौरान शिक्षकों और छात्रों से मिलकर उन्हें विश्वास में लेने की बात कही थी पर इसके विपरीत उन्होंने स्कूल के दरवाजे निकलवा दिए और क्लास शुरू करने का सर्कुलर जारी कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि जिस कुलपति से छात्र और शिक्षक दोनों ही संतुष्ट न हो, वो कुलपति पद के योग्य नहीं हैं. इसलिए उन्हें हटाना ही अब उनकी मांग हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक बढ़ी हुई फीस प्रशासन द्वारा वापस नहीं ली जाती, तब तक छात्रों और शिक्षकों का नॉन - कोऑपरेशन जारी रहेगा. बता दें कि विंटर सेमेस्टर रजिस्ट्रेशन 2020 के लिए 15 जनवरी आखिरी तारीख होगी.