नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(JNU) के एलुमिनाई एसोसिएशन(AAJ) ने 'आत्मनिर्भर भारत: आकांक्षा और अवसर' पर वेबिनार आयोजित किया. इस वेबिनार में केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. वहीं इस वेबिनार के जरिए केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने एलुमिनाई एसोसिएशन को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी देश तभी सशक्त हो सकता है जब वह अपने संसाधनों पर निर्भर होता है. वहीं उन्होंने कहा कि यह समय हमारे लिए एक अवसर है जब हम देश में बने प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें. साथ ही देश मे निर्मित वस्तुओं के इस्तेमाल से आयात करने की आवश्यकता नहीं होगी. जिससे रोजगार बढ़ेगा और भारत की अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी.
वहीं जेएनयू एलुमिनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि इस वेबिनार में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह और वक्ता उपेंद्र त्रिपाठी जेएनयू के पूर्व छात्र रह चुके हैं. वहीं AAJ के महासचिव धीरज कुमार सहित डॉ. महीप मिश्रा, डॉ. कृष्ण एम महाराज सहित सबने कहा कि वेबिनार शुरू होने में थोड़ी परेशानी हुई थी क्योंकि 1000 से ज्यादा लोगों ने इसमे हिस्सा लेने की कोशिश की थी. यही कारण रहा कि वेबिनार देर से आयोजित हुआ.
'आत्मनिर्भर बन भारत विश्व गुरु बन सकता है'
वहीं जेएनयू के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 माहामारी में हमने देखा कि आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता की शुरुआत शैक्षणिक संस्थान से ही शुरू होती है, खासतौर पर जेएनयू से. वहीं उन्होंने कहा कि हमे अपने पर्यावरण को मजबूत बनाने के लिए अभी लंबी यात्रा तय करनी है. उन्होंने सभी एलुमिनाई से कहा कि वह जेएनयू एलुमिनाई को जेएनयू के सहयोग के लिए आमंत्रित करते हैं. वहीं जेएनयू रेक्टर प्रो. राणा प्रताप सिंह और जेएनयू रजिस्ट्रार डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि अगर हम सब आत्मनिर्भरता पर केंद्रित रहें तो हम विश्व गुरु बन सकते हैं. इस माहामारी ने हमारी जीवनशैली ही बदल कर रख दी.
बता दें कि जेएनयू एलुमिनाई एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत को एक अभियान कैसे बनाया जाए रहा. वहीं इन वेबिनार में केंद्रीय मंत्री सहित कई शिक्षाविदों, जेएनयू कुलपति और जेएनयू एलुमिनाई एसोसिएशन ने हिस्सा लिया.