नई दिल्लीः 12 अगस्त को भी अलग-अलग जगह कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. हर साल की तरह बड़े-बड़े आयोजन तो नहीं, बल्कि बेहद सादगी के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. राजधानी के अलग-अलग मंदिरों में भी मंदिर प्रशासन की तरफ से तैयारियां की गई हैं. दक्षिण दिल्ली स्थित कालकाजी मंदिर में भी छोटे स्तर पर तैयारियां की गई हैं और सादगी के साथ त्योहार मनाया जा रहा है.
मंदिर में सजाया गया है पंडाल
कालकाजी मंदिर परिसर में ही कृष्ण भगवान के लिए झूला लगाया गया है. जहां भगवान कृष्ण के दर्शन कर श्रद्धालु एक-एक करके जा रहे हैं. मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंस का पालन करवाते हुए ही श्रद्धालुओं को एंट्री दी जा रही है. इसके साथ ही मास्क पहनकर ही मंदिर के भीतर आने दिया जा रहा है.
जन्माष्टमी पर दर्शन करने के लिए पहुंची श्रद्धालु सुनीता ओझा ने बताया कि वह हर साल जन्माष्टमी पर कालका मंदिर में दर्शन के लिए आती हैं. हर साल मंदिर में काफी भीड़ देखने को मिलती थी. जगह-जगह वॉलिंटियर तैनात होते थे, लेकिन इस बार मंदिर परिसर में भीड़ नहीं है. आराम से दर्शन कर पा रहे हैं.
प्रसाद चढ़ाने की नहीं है अनुमति
इसके साथ ही मंदिर प्रशासन की तरफ से कहां गया कि सरकार की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर जो जरूरी गाइडलाइन बनाई गई है. उनका पालन हो रहा है मंदिर में भीड़ नहीं लगने दी जा रही है. और हर एक श्रद्धालु को मास्क पहनकर ही एंट्री दी जा रही है.
मंदिर में मौजूद पंडित ने बताया कि जहां प्रसाद और टीका लगाने की व्यवस्था होती थी. वह भी अब बंद रखी हुई है जन्माष्टमी में भी लोगों को प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं है. वह केवल दर्शन कर कर ही जा रहे हैं.