नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए एक कार्यक्रम लांच करने जा रही है. जिसके तहत गरीब और कम पढ़े-लिखे युवा जॉब हासिल कर सकते हैं. जिसे 'हुनर से रोजगार तक' कार्यक्रम के तहत चलाया जा रहा है. ये कार्यक्रम 10 जून से शुरू होगा.
इस कार्यक्रम के तहत बेरोजगार युवाओं को 10 हफ्ते की मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी.
यूनिवर्सिटी का टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट बेरोजगार युवाओं के लिए 10 हफ्ते की मुफ्त ट्रेनिंग शुरू करने जा रहा है.
पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित हुनर से रोजगार तक योजना के तहत 10 जून से कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें छात्र एडमिशन लेकर ढाई महीने तक इस कोर्स को करने के बाद नौकरी पा सकते हैं इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराना है.
रोजगार दिलाना मुख्य उद्देश्य
इस ट्रेनिंग कोर्स के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए इस कोर्स की कोऑर्डिनेटर सुधा चंद्रा से बात की गई, जिन्होंने बताया कि भारत सरकार की ओर से इस प्रोग्राम को 2009 में शुरू किया गया था जिसके बाद से जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में इसे साल 2018 में लागू किया गया जिसके तहत जो बेरोजगार युवा हैं या किसी कारण अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते उन्हें रोजगार दिलाना इसका मुख्य लक्ष्य है.
होटल मैनेजमेंट में बनाए गए 4 सेक्शन
इसके तहत होटल मैनेजमेंट मैं 4 सेक्शन बनाए गए हैं, जिसमें युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और ट्रेनिंग के बाद उन्हें जॉब प्रोवाइड की जाएगी. जिसमें रूम अटेंडेंट, फूड एंड बेवरेज सर्विस प्रबंधक, फ्रंट ऑफिस सहयोगी , साथ ही हाउसकीपिंग डिपार्टमेंट शामिल है. इन सेक्शनों के तहत युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर दिए जाएंगे.
सुधा चंद्रा ने बताया कि जिस तरीके से हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लगातार बढ़ती जा रही है, आए दिन कई नए रेस्टोरेंट और गेस्ट हाउस खुलते हैं जिनमें युवाओं की या कर्मचारियों की जरूरत होती है उनके लिए नौकरी का ये बेहतर विकल्प है.
जेल के कैदियों को भी दी जाएगी ट्रेनिंग
प्रबंधक सुधा चंद्रा ने बताया कि इस प्रोग्राम के तहत भारत सरकार की ओर से उन्हें कई जेलों में भी इस प्रोग्राम को चलाए जाने की अनुमति दी गई है, जिसके तहत वो कई जेलों में इसके लिए प्रस्ताव दे रहे हैं और जो कैदी अभी युवा हैं और जेल में बंद हैं उन्हें इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी.
जिससे वो अपने बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सके. सुधा चंद्रा ने बताया कि वो जल्द ही इस प्रोग्राम को मंडावली जेल में शुरू करेंगे, इसके साथ ही सुधा चंद्रा ने बताया कि इस प्रोग्राम को तिहाड़ जेल में भी पिछले कुछ सालों से कई संस्थानों की ओर से चलाया जा रहा है.
जिसमें कैदियों को ट्रेनिंग देकर एक बेहतर भविष्य की ओर ले कर जाने की कोशिश की जा रही है और उन्हें रोजगार दिया जा रहा है.
कोर्स के लिए नहीं है कोई फीस
इसमें एडमिशन लेने के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसके लिए आप जामिया की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी इस ट्रेनिंग से संबंधित एप्लीकेशन फॉर्म को भर सकते हैं या फिर कॉलेज में जाकर इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. खास बात ये रही कि इसके लिए छात्रों को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना है. यूनिवर्सिटी की ओर से ये कोर्स बिल्कुल फ्री करवाया जा रहा है.