नई दिल्ली: दिल्ली तिहाड़ जेल प्रशासन जेल के अंदर जैमर की तकनीक को अपडेट करने की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा जैमर 5G नेटवर्क को जाम करने में नाकाम रहे हैं. (Jammer failed to jam 5G network)
तिहाड़ प्रशासन ने दिल्ली सरकार को इस बारे में पहले ही सूचित कर दिया है. इसलिए जैमरों को अपडेट करने की जरूरत है. तिहाड़ जेल के अधिकारियों के मुताबिक, तिहाड़ जेल के अलावा मंडोली और रोहिणी जेल में एक-एक जैमर हैं. इसका फायदा जेल की सीमाओं के भीतर रहकर भी मिलता है.
तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक, जेल के अंदर कई ऐसे डार्क स्पॉट हैं जहां जैमर की किरणें नहीं पहुंच पाती हैं. इसलिए समय-समय पर तकनीक की समीक्षा की जाती है और जैमरों को चुनौती देने वाले स्थानों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें, दिल्ली के मंडोली जेल में 18 दिसंबर की रात को तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनीवाल के गाइडेंस में एक रेड की गई. (Raid in mandoli jail) इस दौरान जेल नंबर 12 और 13 से 8 मोबाइल फोन बरामद किया गया. साथ ही 8 मीडियम टाइप के चाकू भी बरामद किए गए हैं.
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इस दौरान यह खुलासा भी किया गया कि यह गैंगस्टर अपने मोबाइल को किन-किन जगहों पर छुपा कर रखते थे. यह जेल प्रशासन और सुरक्षाबलों के लिए भी हैरान करने वाली बात थी. कैदियों ने जेल के अलग-अलग सेल और कमरे में लगे टाइल्स को हटाकर, साथ ही पानी के नल और टंकी के अंदर इस मोबाइल को छुपा कर रखा गया था. तिहाड़ जेल के एआईजी के अनुसार इसमें तीन से चार नामी गैंगस्टर शामिल हैं, जिनके पास से मोबाइल और चाकू बरामद किया गया है. जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन गैंगस्टर में एक गोगी गैंग भी शामिल है.
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