नई दिल्ली: योग के कितने फायदे हैं, ये अब किसी को बताने की जरूरत नहीं है. हर कोई जानता है कि योग करने से तन-मन स्वस्थ रहता है और तमाम तरह की बीमारियों से बचाव होता है. कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन योगा सेशन का महत्व काफी बढ़ गया. 2020 में लगे लॉकडाउन के कारण कोई भी बाहर नहीं निकाल पता था. ऐसे में योग करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन वर्चुअल योगा क्लास उनके लिए मददगार साबित हुई.
दिल्ली में आज सुबह हुई बारिश के कारण कई लोगों ने ऑनलाइन योग कर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया. आप सोचते होंगे कि क्या ऑनलाइन योग उतना हो प्रभावित है, जितना बाहर पार्क में जा कर योग करना? आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि ऑनलाइन योग उतना ही प्रभावशाली होता है, जितना बाहर जा कर योग करना.
वर्चुअल योगा सेशन से बचता है समय: तीन साल से ऑनलाइन योगा क्लास देने वाली चित्रा पाहुजा ने 'ETV भारत' को वर्चुअली योगा सेशन के फायदे बताए. साथ ही उन्होंने 5 ऐसे आसान के बारे में बताया, जो कोई भी पहली बार योगाभ्यास करने वाला आसानी से कर सकता है. चित्रा ने बताया कि ऑनलाइन योग का सब से बड़ा फायदा यह है कि इससे आपका आने-जाने का समय बचता है. अगर आप वर्किंग हैं और आपके पास समय कम है, तो अपने टाइम के अनुसार योगा क्लासेज ले सकते हैं. वहीं जिन महिलाओं के छोटे बच्चे हैं और वह उनको छोड़ कर बाहर नहीं जा सकतीं, तो वो भी ऑनलाइन योग कर के आपने आप को स्वस्थ रख सकती हैं.
अपनी सहूलियत से कर सकते हैं योग: चित्रा ने बताया कि ऑनलाइन योग में आप अपनी रुचि के अनुसार कोच का चयन कर सकते हैं. अगर आप बिगनर हैं या आप एडवांस प्रैक्टिस चाहते हैं. ऑनलाइन योग के कई कोच का डिटेल्स इंटरनेट पर उपलब्ध है. आप आसानी से सुविधा अनुसार कोच चुन सकते हैं. कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिनको बाहर खुली जगह पर योग करना अच्छा नहीं लगता है. उनके लिए ऑनलाइन योग क्लास अच्छा विकल्प है.
ऑनलाइन योगा क्लास से महिलों को है फायदा: देश में ऐसे कई लोग है, जो कोरोना महामारी के बाद से ऑनलाइन योग का फायदा उठा रहे हैं. मध्यप्रदेश की रहने वाली दीपिका ने अपने ऑनलाइन योग के फायदे को 'ETV भारत' के साथ साझा करते हुए बताया कि वह एक मां हैं. बच्चा छोटा है. बेबी का ख्याल रखने के साथ अपने स्वास्थ का भी ध्यान रखना आवश्यक है, लेकिन समय न होने की वजह से वह बाहर जाकर नियमित योग नहीं कर सकती, इसलिए उन्होंने ऑनलाइन योग क्लासेज लेनी शुरू की. इससे वह अपने बच्चे और अपने स्वास्थ दोनों का ख़याल रख पाती हैं.
21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस? : योग दिवस मनाने के लिए 21 जून का दिन इसलिए तय किया गया, क्योंकि पंचांग के मुताबिक 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है. इसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं, जिसके बाद सूर्य दक्षिणायन होता है. सूर्य के दक्षिणायन होने पर इसका तेज कम हो जाता है, जिससे वातावरण अशुद्ध हो जाता है. कीटाणु उत्पन्न होते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने और तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए 21 जून का दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए चुना गया है.