नई दिल्ली: दिल्ली के मधुबन चौक में फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी यानि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की नई इमारत का शनिवार को उद्धाटन हुआ. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत और दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की उपस्थिति में नए भवन का उद्घाटन हुआ. फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी दिल्ली सरकार की एक इकाई है जो अत्याधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों द्वारा अपराध की पहचान करती है, अपराधों के लिए पूर्वानुमान द्वारा राज्य पुलिस बल को अपराध से रोकने में मदद करती है. इन प्रयोगशाला में वैज्ञानिक अपराध स्थलों, पीड़ितों, संदिग्धों से एकत्रित किए गए सबूतों का विश्लेषण करते हैं.
मजबूत होगी अपराध पर निगरानी: नए भवन के उद्धाटन के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल और मंत्री कैलाश गहलोत ने एफएसएल के कामकाज की जमकर सराहना की. एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि किसी भी अपराधिक मामलों में सबूतों की कड़ी से कड़ी जोड़कर दिल्ली पुलिस की जांच में मददगार साबित होने वाली संस्थान फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी को एक नई सौगात मिली है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष छवि रहती है, ऐसे में पेचीदा मामलो को सुलझाने के लिए एफएसएल दिल्ली पुलिस के लिए काफी मददगार साबित होती है. एफएसएल की जांच से दिल्ली पुलिस के काम में मदद मिलती है और न्याय मिलने में आसानी होती है. उपराज्यपाल ने कहा कि एफएसएल लगातार ऑर्गनाइज क्राइम ड्रग ट्रैफिकिंग को रोकने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अलावा कार्यक्रम में कई उच्च अधिकारी भी शामिल हुए.
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समयानुसार काम पूरा: मौके पर दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि पुलिस और एफएसएल एक सिक्के के दो पहलू हैं, ऐसे में किसी भी अपराधिक मामलों में एफएसएल की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि दिल्ली में अपराधों पर लगाम लगाने में एमएसएल अपना काम बखूबी करती है और इस नई बिल्डिंग के बनने और आधुनिक व्यवस्था मिलने से काम में और तेजी आएगी. इसे बनाने का जिम्मा पीडब्लूडी को दिया गया था, जिसे पीडब्ल्यूडी ने निर्धारित समय सीमा में पूरा कर एफएसएल को सौंप दिया.
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