नई दिल्ली/ गाजियाबाद : गाजियाबाद नगर निगम की आर्थिक स्थिति अब धीरे-धीरे सुधर रही है. लंबे वक्त से निगम पर देनदारी बढ़ती जा रही थी. जिससे न तो विकास कार्यों की रफ्तार में तेजी आ रही थी ना ही नए कार्यों की योजना बन पा रही थी. नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ की पहल पर हुई कार्रवाई से निगम की आर्थिक परिस्थिति में काफी सुधार हुआ है. डेढ़ माह में लगभग 33 करोड़ की देनदारी चुकता की जा चुकी है.
मेयर और नगर आयुक्त ने परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के साथ देनदारी के लक्ष्य को भी कम करने में जुटे हुए हैं. आर्थिक परिस्थितियों को सुधारते हुए दीपावली और अन्य पर्वों में सभी ठेकेदारों को कुछ ना कुछ भुगतान किया गया. जिससे थोड़ी राहत का अनुभव भी ठेकेदारों को हुआ. साथ ही विकास कार्यों में भी रफ्तार देखी जा रही है, जोकि निगम के अच्छे ग्राफ को दर्शा रही है. शहर के दैनिक कार्यों की जिम्मेदारी निगम निभा रहा है. जिसके चलते 157 करोड़ में से 33 करोड़ की देनदारी को चुकता किया गया. जिसमें से 124 करोड़ की देनदारी अभी भी निगम पर बनी हुई है.
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नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने बताया कि हाउस टैक्स वसूली से ना केवल शासन द्वारा दिए गए टारगेट की पूर्ति की जा रही है बल्कि मुख्य टारगेट में शामिल करते हुए उन पर बेहतर कार्य करने की योजना बनाई जा रही है. जिससे निगम हित में ज्यादा से ज्यादा वसूली कराई जा सके. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गाजियाबाद नगर निगम की आर्थिक स्थिति को और मजबूत किया जाएगा.
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