नई दिल्ली: नॉर्दन रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पुरानी कालका-शिमला सेक्शन पर हॉप ऑन हॉप ऑफ सेवा को दोबारा शुरू कर दिया है. कालका-शिमला सेक्शन पर
उत्तर रेलवे ने 118 साल पुराने कालका-शिमला नैरोगेज सेक्शन, जो कि यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है, पर एक बार फिर से हॉप-ऑन हॉप-ऑफ सेवा शुरू करके, शिमला में पर्यटन सीजन की शुरुआत की है. यह सुविधा पर्यटकों को एक ही टिकट पर सभी पर्यटन स्थलों को देखने में सक्षम बनाएगी. यह टिकट कालका-शिमला सेक्शन के किसी भी स्टेशन से खरीदी जा सकती है.
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कालका-शिमला सेक्शन पर शुरू की गई हॉप-ऑन हॉप-ऑफ सेवा की प्रमुख विशेषताओं पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस सेवा के अंतर्गत पर्यटक एक ही टिकट पर कालका-शिमला सेक्शन के सभी पर्यटन स्थलों को देख सकते हैं. यात्री किसी भी रेलगाड़ी के किसी भी डिब्बे में सीटों की उपलब्धता को देखते हुए सवार हो सकते हैं. यात्री किसी भी स्टेशन से किसी भी रेलगाड़ी में चढ़ या उतर सकते हैं.
![फिर शुरू हुई हॉप ऑन हॉप ऑफ सेवा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/dl-nrd-01-northernrailway-vis-7206718_23072021211534_2307f_1627055134_830.jpg)
हॉप-ऑन हॉप-ऑफ सेवा के टिकट कालका-शिमला नैरोगेज सेक्शन के सभी स्टेशनों से जारी किये जाएंगे. इस सेवा को चुनने वाले यात्री ट्रेन में अन्य भुगतान/मूल्यवर्धित सेवाओं का लाभ उठाने के हकदार नहीं होंगे. हॉप-ऑन हॉप-ऑफ टिकट अहस्तांतरणीय और अप्रतिदेय है और इस पर कोई रियायत नहीं दी जाएगी.
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इस सुविधा का टिकट खरीदने के लिए यात्री को एक वैध पहचान-पत्र जैसे वोटर कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंस, सरकारी प्रमाण-पत्र और किसी संस्थान द्वारा जारी छात्र प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा. यात्री को यात्रा के दौरान, उस प्रमाण-पत्र की मूल प्रति साथ रखनी होगी और मांगे जाने पर दिखानी होगी. ऐसा न कर पाने वाले यात्रियों को बिना टिकट माना जाएगा और उनसे मौजूदा रेल नियमों के अनुसार प्रभार वसूला जाएगा.
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