नई दिल्ली/नोएडा: यमुना नदी में आई बाढ़ के बाद अब हिंडन नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जो लोगों के लिए खतरे का कारण बनता जा रहा है. कॉलोनियों में पानी घुस गया है. इस क्षेत्र में अवैध कॉलोनियां बसी है. जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए नदी के किनारे बसे लोगों को घर खाली करने का निर्देश जारी किया है. गाजियाबाद में बढ़े हिंडन के जलस्तर की वजह से बड़ी संख्या में लोगों ने घर खाली कर दिया है. राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है.
यमुना नदी के डूब क्षेत्र में ज्यादातर फार्म हाउस बने हैं. वहीं, हिंडन नदी डूब क्षेत्र में गाजियाबाद की सीमा से लेकर ग्रेटर नोएडा के क्षेत्र में कई बड़ी अवैध कॉलोनी बसी है. जिनमें बहलोलपुर, छिजारसी, सोरखा में लाखों की संख्या में लोग रहते हैं. यहां भारी संख्या में मकान बने हुए हैं. जलस्तर बढ़ने के साथ ही लोगों की मुसीबत भी बढ़ रही है, क्योंकि यहां पर बने कच्चे मकान बाढ़ में धराशाई हो सकते हैं. इसीलिए जिला प्रशासन लोगों को तत्काल घर छोड़ने का निर्देश जारी किया है. एसडीएम फाइनेंस एंड रेवेन्यू अतुल कुमार का कहना है कि हिंडन नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. साथ ही बारिश से भी हिंडन का जलस्तर काफी बढ़ गया है.
गाजियाबाद बैराज पर डाउनस्ट्रीम में हिंडन नदी के खतरे का निशान 205.80 है. जबकि हिंडन नदी इस समय खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे बह रही है. समान्य दिनों से हिंडन नदी में रोजाना 6 से 7 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है. जबकि इस समय 15307 पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. एसडीएम ने लोगों से अपील की है कि वे लोग घर से बाहर निकलकर प्रशासन द्वारा बनाए गए सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं.
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