नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तैयार की है, जो दिल्ली और आसपास के इलाकों में कोरोना माहामारी से निपटने के लिए क्या इंतज़ाम किए गए हैं और मरीजों को क्या सुविधाएं दी जा रही हैं इसका मुआयना करेंगी. साथ ही स्थिति बेहतर करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं इसको लेकर भी राय देगी. बता दें कि विशेषज्ञों की इस टीम में गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. महेश वर्मा को भी शामिल किया गया है.
बता दें कि भारत सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स, डीजीएचएस, स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के डॉक्टरों की टीम तैयार की है. जो दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों का मुआयना करेंगी और पता लगाएगी की कोरोना संक्रमण को लेकर किस तरह के कदम उठाए गए हैं. संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए जरूरत की चीजें सहित कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए क्या-क्या उपाय बरते जा रहे हैं. इन सब की जानकारी इकट्ठा करने के साथ ही जहां भी कमी जाए पाई जाती है, उसको लेकर समय से तत्काल निर्णय भी लेगी और स्थिति बेहतर करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं इसको लेकर भी सलाह देगी.
एम्स के डॉक्टर भी टीम में शामिल
बता दें कि इन सभी विशेषज्ञों को तीन टीमों में विभाजित किया गया है. जिसमें पहली टीम में एम्स के प्रोफेसर आनंद मोहन, स्वास्थ्य मंत्रालय से डॉक्टर आर वर्मा, दिल्ली सरकार से डॉ. एसके सरीन और एनडीएमसी के डॉक्टर रमेश कुमार शामिल हैं.
आईपी यूनिवर्सिटी के कुलपति भी शामिल
वहीं दूसरी टीम में एम्स के डॉ. एंजल रंजन सिंह, स्वास्थ्य मंत्रालय से डॉ. प्रोमिला गुप्ता, दिल्ली सरकार की ओर से डॉ. महेश वर्मा और एसडीएमसी से डॉ. जीआर चौधरी शामिल हैं. वहीं गौरतलब है कि इस टीम में शामिल किए गए डॉ. महेश वर्मा गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति हैं. जिनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें विशेषज्ञों की टीम में सम्मिलित किया गया है.
ये है तीसरी टीम
वहीं तीसरी टीम में एम्स के डॉ. गगनदीप सिंह, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एके गड़पायले, दिल्ली सरकार की ओर से डॉ. नूतन मुंडेजा और एसडीएमसी की ओर से डॉ. वीके हजारिका शामिल हैं. बता दें कि एम्स और डीजीएचएस के डॉक्टरों को यह सहूलियत दी गई है कि वह जरुरत अनुसार अपने संस्थान से भी असिस्टेंट ले सकते हैं.