नई दिल्ली: राजधानी की सातों लोकसभा सीटों में उत्तरी पश्चिमी संसदीय सीट सुरक्षित सीट है, इस लिहाज से राजनीतिक पार्टियों को यहां से अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों को टिकट देकर उम्मीदवार बनाना होता है. बीजेपी ने मशहूर सूफी गायक हंसराज हंस को अपना प्रत्याशी बनाया है, जिस पर AAP ने नया मुद्दा छेड़ दिया है. AAP का आरोप है कि हंसराज हंस ने मुस्लिम धर्म अपनाया है. जिस पर हंसराज हंस ने भी आज जवाब दिया.
चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी ने हंसराज हंस के धर्म पर सवाल उठाए, कहा- हंसराज हंस मुस्लिम धर्म को अपना चुके हैं तो ऐसे में वो सुरक्षित अनुसूचित जाति सीट पर प्रत्याशी कैसे हो सकते हैं? चुनाव आयोग तक से हंसराज हंस के नामांकन को रद्द करने की मांग की गई.
AAP के इन आरोपों पर BJP प्रत्याशी हंसराज हंस ने जवाब दिया है, उन्होंने कहा कि AAP के तमाम आरोप 100 फीसदी झूठे हैं. हंसराज हंस ने अरविंद केजरीवाल पर फेक न्यूज़ की फैक्ट्री चलाने का आरोप लगाया.
FAKE NEWS बनाते हैं केजरीवाल-हंसराज हंस
हंसराज हंस ने कहा कि केजरीवाल सिर्फ फेक न्यूज़ क्रिएट करते हैं और सुर्खियां बटोरने की कोशिश करते हैं. हंसराज हंस ने अपने धर्म को लेकर कहा कि इंसान भगवान की मर्जी से किसी घर में पैदा होता है, उन्होंने बताया कि मैं वाल्मीकि समाज में पैदा हुआ और आज तक उसी समाज से जुड़ा हुआ हूं.
हंसराज हंस यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि धर्म, जाति ईश्वर ने नहीं बल्कि इंसान ने बनाए हैं. उनके पास पासपोर्ट है जो उनकी पहचान है. देश ही नहीं विदेशों में भी लोग उन्हें वाल्मीकि समाज से ताल्लुक रखने के चलते और उनके कलाकार होने के चलते जानते हैं. ऐसे में किसी को गलतफहमी नहीं हो सकती, ना होनी चाहिए.
'केजरीवाल 5 दिन तक मेरे घर पर डटे रहे'
2014 के लोकसभा चुनाव में जब अकाली दल से उन्हें टिकट नहीं मिला, तो अरविंद केजरीवाल उनके घर पर आए थे और आम आदमी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ने की पेशकश की थी. 5 दिनों तक टिकट देने के लिए उनके घर डटे रहे. लेकिन उन्होंने आम आदमी पार्टी से जुड़ना मुनासिब नहीं समझा. तब उन्हें ये ख्याल नहीं आया कि वो किस मजहब के हैं और क्यों उन्हें आम आदमी पार्टी टिकट देना चाहती है.
झाड़ू पर भी उठाए सवाल
हंसराज हंस ने कहा कि वो कई वाल्मीकि समाज संस्थाओं से जुड़े हुए हैं. केजरीवाल ने जिस तरह राजनीति की शुरुआत झाड़ू चुनाव चिन्ह के साथ की और दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में जाकर विधानसभा चुनाव में प्रचार प्रसार शुरू किया. आज कोई वाल्मीकि समाज की सुध नहीं ले रहा.
'केजरीवाल हो चुके एक्सपोज'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि केजरीवाल हर तरफ से एक्सपोज हो चुके हैं और इस चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगी. हंसराज हंस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराने की भी बात कही है. इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी करने की बात कही है.