नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने बुधवार को जहां एमसीडी चुनाव में अपना परचम लहराया, गुरुवार को गुजरात विधानसभा चुनाव (gujarat assembly election result) में भाजपा से करारी शिकस्त के बाद दिल्ली में पार्टी कार्यालय में कोई चहल-पहल देखने को नहीं मिली. गुजरात में भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा जताते हुए केजरीवाल मॉडल को दरकिनार कर दिया है. हालांकि आप ने पार्टी कार्यालय पर बैनर लगाकर खुद को राष्ट्रीय पार्टी का तमगा दे दिया है.
इन रुझानों से गुजरात में भाजपा नेता गदगद हैं. वहीं आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं मायूसी का आलम है. इससे पहले आम आदमी पार्टी गुजरात में सरकार बनाने का दम भर रही थी. वहीं बात अगर हिमाचल प्रदेश की करें तो यहां कांग्रेस ने भाजपा को पछाड़कर 39 सीटों पर जीत दर्ज की है, लेकिन आम आदमी पार्टी यहां अपना खाता भी नहीं खोल पाई. इसे लेकर आप और भाजपा के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिल रही है.
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दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि गुजरात के लोगों ने आम आदमी पार्टी के लिए खिड़की खोल दी है. अगली बार इसका दरवाजा जरूर टूटेगा. वहीं, दिल्ली भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नेहा शालिनी ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में आप 'बुरी' तरह से जीती है और आप के बड़े नेता अपने ही क्षेत्र के वार्डों से प्रत्याशियों को नहीं जिता पाए. बता दें कि गुजरात में भाजपा ने 156 सीटें जीती हैं जबकि आप के खाते में महज 5 सीटें ही आ पाई हैं.
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