नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चों का भविष्य संवारने वाले गेस्ट टीचर अब 30 जून तक घर बैठेंगे. उनकी सेवाएं बंद करने का आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है. इस आदेश के अनुसार, 16 हजार गेस्ट टीचर जो दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाते थे, वह अब घर पर रहेंगे. हालांकि, अगर सरकारी स्कूलों के प्रमुखों को लगता है कि उन्हें स्कूल की शिक्षण गतिविधि के लिए गेस्ट टीचर की जरूरत है तो वह उन्हें बुला सकते हैं. ऐसे में जिन-जिन गेस्ट टीचरों को बुलाया जाएगा. उन्हें दिन के हिसाब से सैलरी दी जाएगी. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र भी जारी किया है.
शिक्षा विभाग के द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि सभी सरकारी स्कूलों के प्रमुख ध्यान दें, स्कूल में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचरों की सेवाएं बंद करें. यहां जानकारी के लिए बताते चलें कि 11 मई से 30 जून तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी रहेगी. छात्र इस दौरान घर पर रहेंगे.
तीसरी से आठवीं के लिए मिशन बुनियाद की क्लासेस : शिक्षा विभाग ने कहा है कि तीसरी से आठवीं क्लास के छात्रों के लिए मिशन बुनियाद की क्लासेस आयोजित की जाएंगी. स्कूल प्रमुख प्रशासनिक नियमानुसार गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के लिए अधिकृत किया जाता है. साथ ही इस दौरान COVID-19 के तहत दी गई गाइडलाइंस का पालन करें. डीओई के तहत सरकारी स्कूल के एचओएस मिशन बुनियाद के तहत समर कैंप के लिए गेस्ट टीचरों को नियुक्त कर सकते हैं. ग्रीष्मावकाश में नियोजित गेस्ट टीचरों को नियमानुसार वेतन दिया जाएगा.
क्या कहते हैं एसोसिएशन : ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने बताया कि यह फरमान हर साल जारी किया जाता है, जिससे गेस्ट टीचर के सामने घर चलाने का संकट खड़ा हो जाता है. हालांकि, कई गेस्ट टीचरों को एक्स्ट्रा क्लास के लिए बुलाया जाता है, जिन्हें दिन के हिसाब से पैसा दिया जाता है. उन्होंने बताया कि जुलाई माह में शिक्षा विभाग फिर आदेश जारी कर सभी गेस्ट टीचरों को दोबारा से ज्वाइनिंग के लिए बुलाते हैं.