नई दिल्ली: देश में कोरोना का कहर लगातार जारी है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण (Corona Infection in Delhi) की वजह से स्कूल 19 अप्रैल से बंद हो गए. वहीं इसी के साथ दिल्ली सरकार (Delhi Government) के सरकारी स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षक 19 अप्रैल को सेवा मुक्त कर दिए गए.
सेवा मुक्त होने के साथ अतिथि शिक्षकों (Guest Teacher) के पास आजीविका का संकट आ खड़ा हुआ है. वहीं मौजूदा स्थिति को देखते हुए राजकीय स्कूल शिक्षक संघ जीएसटीए के महासचिव अजयवीर यादव ने दिल्ली सरकार(Delhi Government) से इन सभी अतिथि शिक्षकों को आर्थिक सहायता या वेतन देने की मांग की है.
शिक्षकों को आर्थिक सहायता देने की मांग
जीएसटीए (Government School Teacher Association) के महासचिव अजयवीर यादव ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार को अतिथि शिक्षकों (Guest Teacher) की आर्थिक स्थिति के बारे में सोचना चाहिए. क्योंकि लॉकडाउन (Lockdown in Delhi) और कोरोना की वजह से परिवारों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है. बहुतसो ने अपनों को इस महामारी में खो दिया है. नौकरी रही नहीं और लॉकडाउन के चलते उनके पास आजीविका का कोई अन्य विकल्प भी नहीं है.
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ऐसे में जरूरी है कि सरकार अतिथि शिक्षकों के बारे में सोचे, क्योंकि अतिथि शिक्षकों का सरकारी स्कूल की शिक्षा पद्धति को बेहतर बनाने में अहम योगदान है. बता दें कि दिल्ली शिक्षा निदेशालय (Directorate of education Delhi) के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में लगभग 20 हजार अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं.