नई दिल्ली: नई दिल्ली काठगोदाम शताब्दी एक्सप्रेस में एक यात्री का बैग छूट गया था और बैग रेलवे के सफाई सुपरवाइजर को मिला. उसने बैग से 3 लाख रुपये चुरा लिए. यात्री ने आरपीएफ को सूचना दी और मौके पर खुद भी पहुंचे. कोच में रेलवे का सफाई सुपरवाइजर सलीम मिला जिसके पास बैग था. आरपीएफ के पूछताछ में उसने पैसे नहीं चोरी करने की बात कही, लेकिन जीआरपी ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने चोरी की बात कुबूल की. उसने तीन लाख रुपये चोरी करने के बाद छिपा दिया था, जो बरामद हो गए.
ललित मोहन जोशी साकेत साउथ दिल्ली में रहते हैं. वह जिम संचालक हैं. 21 नवंबर को वह काठगोदाम से शताब्दी एक्सप्रेस से रात 9 बजे नई दिल्ली पहुंचे. उनके पास एक ट्रोली बैग व एक लैपटॉप बैग था. घर पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि वह ट्रेन से आपना लैपटॉप बैग लाना भूल गए. बैग में 3 लाख रुपये, लैपटॉप व चार्जर था.
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ललित मोहन जोशी ने तुरंत 139 पर कॉल कर आरपीएफ को ट्रेन में पैसों से भरा बैग छूटने की जानकारी दी. तुरंत आरपीएफ सक्रिय हो गई. पता किया तो ट्रेन सफाई और धुलाई के लिए जा चुकी थी. ललित मोहन भी मौके पर पहुंच गए. यार्ड में जाकर उस कोच में गए जिसमें उन्होंने सफर किया था. कोच में सफाई सुपरवाइजर पीठ पर बैग टंगे हुए मिला, लेकिन उसमें से पैसे गायब थे. पुलिस पूछताछ में सफाई सुपरवाइजर ने अपना नाम मोहम्मद सलीम, पता निवासी गंगेरू तहसील कैराना जिला समली, उत्तर प्रदेश बताया.
पहले सलीम से पूछताछ की तो उसने चोरी की बात कबूल नहीं की. इसके बाद उसे जीआरपी के हवाले कर दिया गया. जीआरपी ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने पैसे चोरी करने की बात कुबूल की. उसकी निशादेही से 3 लाख रुपये भी बरामद कर लिए गए. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
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