नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के डिप्टी डायरेक्टर प्रेमोदय खाखा ने दोस्त की नाबालिग बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाया, जिसको लेकर राजनीतिक हंगामा शुरू हो गया है. रिश्तों को शर्मसार करने वाला यह मामला राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके का है. हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब किसी सरकारी अधिकारी ने ऐसी घिनौनी हरकत की है. दिल्ली में समय-समय पर ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जब सरकारी अधिकारियों या कर्मचारियों ने अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करते हुए ऐसी हरकत की है.
अपराध शाखा में तैनात इंस्पेक्टर ने किया दुष्कर्म: इसी माह राजधानी दिल्ली के रोहिणी नार्थ थाना पुलिस ने अपराध शाखा में तैनात एक निरीक्षक को गिरफ्तार किया था. पीड़िता ने तीन माह पहले निरीक्षक के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी. महिला ने आरोप लगाया था कि उसका अपने पति से मनमुटाव था जिसकी वजह से वह अपनी बच्ची के साथ उससे अलग रह रही थी. इसी मामले को लेकर वह एक दिन निरीक्षक से मिली थी. मदद का भरोसा देकर निरीक्षक ने एक दिन पीड़िता को अपने घर बुलाया और उससे दुष्कर्म किया.
पुलिसकर्मी ने किया महिला से दुष्कर्म: इसी वर्ष जून में एक मामला सामने आया था जिसमें महिला ने आरोप लगाया था कि नंद नगरी थाने में तैनात पुलिसकर्मी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया है. पीड़ित महिला ने आरोप लगाया था कि एक काम के सिलसिले में वह उससे थाने में मिली थी. बाद में पुलिसकर्मी उससे बात करने लगा और एक दिन बहाने से उसे अपने कमरे पर ले जाकर दुष्कर्म किया. विरोध करने पर उसने कहा वह महिला से शादी करेगा. इसके बाद उसने कई बार दुष्कर्म किया. बाद में वह शादी करने से मुकर गया.
रेलवे स्टेशन पर महिला से सामूहिक दुष्कर्म: पिछले वर्ष जुलाई माह में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलवे के दो कर्मचारियों ने रेलवे स्टेशन के एक कमरे में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया. इस मामले में पुलिस ने उसके विद्युत विभाग के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था. पीड़ित महिला ने अधिकारियों को आपबीती सुनाई थी जिसके बाद यह कार्रवाई की गई थी. महिला ने अधिकारियों को बताया कि वह पिछले एक साल से अपने पति से अलग रह रही थी और अदालत में उसका तलाक का मुकदमा चल रहा है. एक कॉमन फ्रेंड के जरिए वह आरोपी रेलवे कर्मचारी के संपर्क में आई थी. उसने महिला को नौकरी दिलाने के बहाने बुलाकर दुष्कर्म किया.
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