नई दिल्लीः गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को बुधवार रात गुजरात जेल से दिल्ली लाया गया. उसे कड़ी सुरक्षा में मंडोली जेल में रखा गया है. जेल में उसकी सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं. हालांकि पहले उसे तिहाड़ जेल में रखने की योजना थी और इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी गई थीं, लेकिन पिछले दिनों गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के मामले को देखते हुए अंतिम समय में उसे मंडोली जेल में शिफ्ट कर दिया गया. इसके पीछे की वजह सुरक्षा मानी जा रही है.
तिहाड़ जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसे मंडोली जेल के हाई सिक्योरिटी वार्ड के 15 नंबर सेल में रखा गया है. बीती रात कड़ी सुरक्षा के बीच उसे गुजरात से दिल्ली लाया गया. उसे एनआईए द्वारा अहमदाबाद पूछताछ के लिए ले जाया गया था, जहां से उसके ड्रग सिंडिकेट के बारे में एनआईए को काफी सारी जानकारियां मिली थी. उसी सिलसिले में उसे अहमदाबाद ले जाया गया था.
लॉरेंस बिश्नोई पर 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज
मिली जानकारी के अनुसार शातिर और खतरनाक गैंगस्टर पर 50 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह बात खुद उसने पिछले दिनों एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कबूली थी. उस पर कई लोगों की हत्या करवाने के साथ-साथ सीमा पर ड्रग की तस्करी के भी कई मामले दर्ज हैं. लॉरेंस बिश्नोई गैंग का उत्तर भारत के राज्यों में काफी दबदबा है. इसमें दिल्ली, पंजाब, यूपी, हरियाणा और राजस्थान सहित कई राज्य शामिल हैं. सबसे अधिक मामले पंजाब के अलग अलग जिलों में दर्ज हैं. उसके अलग-अलग राज्यों में 700 से अधिक गुर्गे हैं, जो उसके एक इशारे पर किसी की भी जान ले सकते हैं.
अच्छी पारिवारिक पृष्ठभूमि और पढ़ाई में था अच्छा
जानकारी के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के अबोहर में हुआ था और उनके पिता पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे. जबकि राजस्थान से उनका पुश्तैनी जुड़ा था और वहां अच्छी और काफी अधिक खेती बारी भी थी, जिससे परिवार की आमदनी भी काफी आती थी. बचपन से वह पढ़ाई में अच्छा था और पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी उसके रुचि थी. उसने स्कूली शिक्षा राजस्थान से पूरी की और उसके बाद उसका दाखिला चंडीगढ़ के कॉलेज में करवाया गया, जहां जहां छात्र राजनीति में उसकी दिलचस्पी बढ़ी और उसने कॉलेज में चुनाव भी लड़ा लेकिन हार गया. हारने के बाद पहली बार उसने गोली चलाने की घटना को अंजाम दिया था, जो उसका पहला अपराध माना जाता है. पहले सिद्धू मुसेवाला की हत्या करवाने और फिर फिल्म अभिनेता सलमान खान को हत्या की धमकी देने के बाद से उसका अपराध की दुनिया में अधिक नाम हो गया और दूसरे गैंगस्टर उससे डरने लगे.