नई दिल्ली: देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक हिंदू कॉलेज ने अपना 124वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह और जोश के साथ बुधवार को मनाया. हिंदू कॉलेज के स्थापना दिवस में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर जी-20 शेरपा अमिताभ कांत पहुंचे. उन्होंने कॉलेज में अपनी लगातार यात्राओं के बारे में बात की. साथ ही कहा कि हिंदू कॉलेज के बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और विभिन्न रैंकिंग के मामले में अधिक विकसित और उन्नत पाया है. उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोचो, आशावादी बनो और हमेशा बड़ा सोचो, छोटा कभी नहीं. आप जो कुछ भी करते हैं, जो कुछ भी आप बनते हैं, वह आप पर, आपके माता-पिता, शिक्षकों और उस संस्थान पर निर्भर करता है, जिसका आप हिस्सा रहे हैं.
उन्होंने जी 20 सम्मेलन को लेकर कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि भारत जी 20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है. गौर करने वाली बात यह है कि इस स्थापना दिवस समारोह के बाद कॉलेज अपनी 125वीं वर्षगांठ भव्य रूप में मनाने की तैयारी कर रहा है.
प्रिंसिपल ने वार्षिक रिपोर्ट पेश की: हिंदू कॉलेज की प्राचार्य प्रो अंजू श्रीवास्तव ने वार्षिक रिपोर्ट पेश की. इसके साथ ही उन्होंने समारोह के दौरान कॉलेज का नया लोगो का अनावरण किया. जो समारोह का मुख्य आकर्षण रहा. जिसकी टैगलाइन "स्टीयरड बाय द पास्ट, मोल्डिंग द फ्यूचर" है. लोगो कैंपस के कुछ नए इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ मूल कॉलेज संरचना के एक स्केच को दर्शाता है, जो कॉलेज के समृद्ध इतिहास और नवाचार और प्रगति के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. समारोह में पूर्व संकाय सदस्य और पूर्व छात्र डॉ. हरीश नवल द्वारा कॉलेज गीत की शुरुआत की गई. हिंदू कॉलेज के इतिहास पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक विरासत के साथ ऐतिहासिक उपाख्यानों और तस्वीरों के संकलन 'संस्मारनो में हिंदू' का भी अनावरण किया गया.
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समारोह के दौरान हुई घोषणाएं: हिंदू कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. अंजू श्रीवास्तव ने इस समारोह में कुछ अच्छी-अच्छी घोषणाएं भी की. जैसे वेब पोर्टल शुरू किया जाएगा. जिसके माध्यम से पूर्व छात्रों को जोड़ा जाएगा. इससे वह भी कॉलेज के जुड़े रहेंगे. साथ ही उन्होंने कॉलेज में एक मर्चेंडाइज स्टोर को लॉन्च करने की घोषणा की. जिसका नाम 'यादें नई पुरानी' होगी. इसके साथ ही साथ 1930 में स्थापित कॉलेज पत्रिका, इंद्रप्रस्थ के अभिलेखागार से पुनः दावा किए गए लेखों का संग्रह-धरोहर का भी शुभारंभ किया जाएगा. उन्होंने कॉलेज के अनुसंधान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए दो नए अनुसंधान अनुदानों के शुभारंभ की भी घोषणा की.
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