नई दील्ली: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात निधन हो गया. 67 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा.
बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे रिश्तेदार
बीजेपी कार्यालय में सुषमा स्वराज को अंतिम बार देखने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके बचपन की सहेलियां और उनके रिश्तेदार भी पहुंचे थे.
सुषमा स्वराज की भाभी बताती हैं कि वह अक्सर उनसे मिलने आया करती थीं और जब भी आती, तो कहतीं कि आपको चिंता की कोई जरूरत नहीं है हम बड़े हैं सब संभाल लेंगे उनके बच्चों की पढ़ाई को लेकर भी वह बहुत मदद करती थीं.
बचपन की सहेलियों ने किया याद
उनके बचपन की सहेलियों से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि वह इतने बड़े पद पर पहुंचने के बाद भी हमसे मिला करती थीं. हमसे एक आम इंसान की तरह व्यवहार करती थीं.
सहेलियों संग झूला करती थी झूले
जिनसे ईटीवी भारत ने बातचीत की और उनके दर्द को जाना उनकी रास्ते में बुआ और बचपन के दोस्त मूर्ति शर्मा बताती हैं कि वह सुषमा स्वराज के जाने के बाद काफी सदमे में हैं क्योंकि उन्हें अभी तक विश्वास नहीं हो रहा जो उनकी सहेली जो बचपन में उनके साथ खेला करती थी, झूला झूला करती थी आज वह उनके बीच नहीं है. उन्होंने बताया कि वह उनसे 1 साल छोटी हैं लेकिन उन्होंने कभी यह उम्मीद नहीं की थी कि सुषमा स्वराज जितनी जल्दी उन्हें छोड़कर चली जाएंगी.
अपने व्यक्तिव का कभी नहीं किया घमंड
पलवल से आए उनके परिवार से शिवराम शर्मा बताते हैं कि सुषमा स्वराज जी का बचपन पलवल में गुजरा था और वहां उनके कई दोस्त रिश्तेदार मौजूद हैं जो आज सभी उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी मुख्यालय पहुंचे हैं और पूरे परिवार को उनके जाने का दुख है क्योंकि सुषमा स्वराज बेहद ही अच्छी इंसान थी उन्होंने कभी अपनी सादगी नहीं छोड़ी.