नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण का स्तर का पता लगाने के लिए एक अक्टूबर से दिल्ली में चौथे चरण का सीरो सर्वे फिलहाल नहीं होगा. राजधानी में कोरोना संक्रमण किस स्तर तक पहुंच रहा है, ये जानने के लिए सरकार जून, अगस्त और सितंबर महीने में सर्वे करा चुकी है, लेकिन सितंबर महीने में हुए सर्वे का नतीजा अभी तक नहीं आने से फिलहाल चौथे चरण के तहत सर्वे नहीं होगा.
तीन चरणों मे पहले हो चुका है सर्वे
सेरो सर्वे | अवधि | नतीजा |
पहला चरण | 27 जून से 6 जुलाई | 24 फीसद |
दूसरा चरण | 1 से 5 अगस्त | 29 फीसद |
तीसरा चरण | 1 से 5 सितंबर | पेंडिंग |
चौथा चरण | - | - |
तीसरी बार के सर्वे में 25 फीसद सैंपल नाबालिग के लिए गए
सीरो सर्वे में 25 फीसद सैंपल नाबालिग यानी 18 साल की उम्र से कम लोगों के लिए जाते हैं. इसके अलावा टीम 50 साल से ऊपर वालों का 25 फ़ीसदी सैंपल लेती है. सबसे अधिक सैंपल 18 से 49 की उम्र के बीच वालों का लिया जाता है. इसमें वो लोग शामिल होते हैं. जिन्होंने कोरोना की कोई जांच पहले नहीं कराई होगी या जिन्हें कभी भी कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे होंगे. लेकिन तीसरे चरण में हुए सर्वे की जानकारी नहीं आने के चलते अक्टूबर में होने वाले सर्वे पर रोक लगा दी गयी है.
अभी तक हुए सर्वे से लिए जाएंगे अधिक सैंपल
दिल्ली में अभी तक तीन चरणों में सीरो सर्वे कराया गया था. जिनमें दो के नतीजे चौंकाने वाले सामने आए हैं. इस सर्वे में पाया गया कि दिल्ली की एक चौथाई से आदि आबादी को कोरोना संक्रमण हुआ और वे ठीक भी हो गए.