नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है, जिससे सिर्फ आम लोग ही परेशान नहीं हैं, बल्कि दिल्ली कांग्रेस के कुछ नेता भी परेशान हैं. दरअसल, अप्रैल महीने में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नई कार्यकारिणी का गठन होना था. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया है. तो ऐसे में प्रदेश कार्यकारिणी में पद पाने के इच्छुक नेताओं को कुछ समय के लिए इंतजार करना पड़ सकता है.
युवा नेताओं की उम्मीदों में फिरा पानी
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के पदभार ग्रहण किए 14 महीने से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है. चौधरी अनिल कुमार के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही पहले लॉकडाउन और उसके बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ था. ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि अप्रैल में प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा, जिसमें युवा चेहरों को तरजीह मिलेगी. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले और लॉकडाउन ने कई कांग्रेसी नेताओं की उम्मीद पर पानी फेर दिया है.
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आइसोलेशन में है प्रदेश अध्यक्ष
राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का दफ्तर भी अछूता नहीं है. कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने के कारण प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार जहां आइसोलेशन में है तो वहीं प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार कोरोना संक्रमित होने के बाद हम आइसोलेशन में हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भी रोक लगा दी है और केवल वेबिनार के जरिए कांग्रेसी नेता आम लोगों के संपर्क में हैं.