नई दिल्ली: लाल किले पर गणतंत्र दिवस के दिन मचाए गए उत्पात की पूरी कहानी कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में बयां की गई है. एसएचओ ऋतुराज की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर में बताया गया है कि किस तरह किसानों को पुलिस रोकने का प्रयास करती रही और वह उन पर हमला कर लगातार उपद्रव करते रहे. इस एफआईआर में 141 लोगों के घायल होने की जानकारी भी दी गई है.
कोतवाली में दर्ज FIR बयां कर रही लाल किला उपद्रव की कहानी - delhi police register case in red fort attack news
लाल किला मामले की एफआईआर कोतवाली एसएचओ ऋतुराज की शिकायत पर दर्ज की गई है. इसमें उन्होंने बताया है कि गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस की तरफ से जगह-जगह सुरक्षा इंतजाम किए गए थे. लाल किला के चारों तरफ 14 सेक्टर और 5 जोन बनाए गए थे. प्रत्येक सेक्टर में इंचार्ज इंस्पेक्टर को तथा जोनल इंचार्ज एसीपी को बनाया गया था. दिल्ली पुलिस के अलावा यहां पर अतिरिक्त पुलिस बल को भी तैनात किया गया था.
![कोतवाली में दर्ज FIR बयां कर रही लाल किला उपद्रव की कहानी FIR copy of lal kila red fort attack by farmer protester delhi police register case](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10409673-924-10409673-1611822888017.jpg?imwidth=3840)
कोतवाली में दर्ज FIR बयां कर रही लाल किला उपद्रव की कहानी
नई दिल्ली: लाल किले पर गणतंत्र दिवस के दिन मचाए गए उत्पात की पूरी कहानी कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में बयां की गई है. एसएचओ ऋतुराज की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर में बताया गया है कि किस तरह किसानों को पुलिस रोकने का प्रयास करती रही और वह उन पर हमला कर लगातार उपद्रव करते रहे. इस एफआईआर में 141 लोगों के घायल होने की जानकारी भी दी गई है.
एफआईआर में कहा गया है कि किसानों की तरफ से धमकी भी दी गई थी कि वह दिल्ली के अंदर आएंगे. पुलिस की तरफ से उन्हें तीन रूट रैली के लिए दिए गए थे जिसे उन्होंने अगले दिन मानने से इनकार कर दिया. इनमें किसी भी रूट पर कोतवाली का इलाका शामिल नहीं था. सुबह लगभग 11:30 बजे परेड में शामिल झांकियां लाल किले पर पहुंचनी शुरू हो गई थी. दोपहर 12 बजे उन्हें सूचना मिली कि ट्रैक्टरों की भीड़ राजघाट पहुंच गई है. पुलिसकर्मियों ने निषाद राज मार्ग पर बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. 12:15 बजे राजघाट की तरफ से शांतिवन रेड लाइट पर किसान पहुंचे और लाल किले की तरफ जाने के लिए नारेबाजी करने लगे. पुलिस की तरफ से उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया. लेकिन निषादराज मार्ग पर ट्रैक्टर से बेरिकेड तोड़कर वह आगे बढ़ गए. उन्होंने पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की.
कोतवाली में दर्ज FIR'समझाने पर भी उग्र होते गए किसान'
किसान सभी बेरिकेड तोड़ते हुए सुभाष मार्ग टी-पॉइंट पर आ गए और यहां बैरिकेड को टक्कर मारकर तोड़ दिया. लाल किला चौक पर आकर उपद्रवी ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल पर हुड़दंग कर रहे थे. एसीपी कोतवाली एवं अन्य अधिकारी लाल किले पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया. उसी दौरान सुभाष मार्ग पर लगे बैरिकेड तोड़ते हुए कुछ अन्य प्रदर्शनकारी भी वहां आ पहुंचे. पुलिस के समझाने के बावजूद उन्होंने जबरन लाल किले के अंदर प्रवेश किया. लाल किले के ऊपर चढ़ गए और जबरदस्ती झंडे फहराए. प्रदर्शनकारियों के पास तलवार थे जिन्हें वह लहराते हुए हुड़दंग बाजी करने के साथ नारेबाजी कर रहे थे. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझा कर रोकने की कोशिश की इस दौरान कुछ जगह पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया. उन्होंने कई पुलिसकर्मियों को वहां पिटाई करने के बाद गहरे गड्ढे में धकेल दिया. वह आंसू गैस की बंदूक, स्टिक और काफी सामान लूट कर ले गए. इसी दौरान सिपाही भवानी सिंह के साथ में मारपीट कर उसका हथियार लूटने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया.
कोतवाली में दर्ज FIRगंभीर धाराओं में हुआ है मामला दर्ज
एसएचओ ने एफआईआर में बताया है कि इस घटना में 141 पुलिसकर्मी एवं सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं. 141 घायलों की एमएलसी का जिक्र इसमें किया गया है जो अस्पताल में बनी है. यहां आए कई ट्रैक्टरों के नंबर भी एफआईआर में लिखे गए हैं. इसे ध्यान में रखते हुए यहां पर लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, हत्या प्रयास, दंगा आदि सेक्शन के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
कोतवाली में दर्ज FIR
एफआईआर में कहा गया है कि किसानों की तरफ से धमकी भी दी गई थी कि वह दिल्ली के अंदर आएंगे. पुलिस की तरफ से उन्हें तीन रूट रैली के लिए दिए गए थे जिसे उन्होंने अगले दिन मानने से इनकार कर दिया. इनमें किसी भी रूट पर कोतवाली का इलाका शामिल नहीं था. सुबह लगभग 11:30 बजे परेड में शामिल झांकियां लाल किले पर पहुंचनी शुरू हो गई थी. दोपहर 12 बजे उन्हें सूचना मिली कि ट्रैक्टरों की भीड़ राजघाट पहुंच गई है. पुलिसकर्मियों ने निषाद राज मार्ग पर बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. 12:15 बजे राजघाट की तरफ से शांतिवन रेड लाइट पर किसान पहुंचे और लाल किले की तरफ जाने के लिए नारेबाजी करने लगे. पुलिस की तरफ से उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया. लेकिन निषादराज मार्ग पर ट्रैक्टर से बेरिकेड तोड़कर वह आगे बढ़ गए. उन्होंने पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की.
कोतवाली में दर्ज FIR'समझाने पर भी उग्र होते गए किसान'
किसान सभी बेरिकेड तोड़ते हुए सुभाष मार्ग टी-पॉइंट पर आ गए और यहां बैरिकेड को टक्कर मारकर तोड़ दिया. लाल किला चौक पर आकर उपद्रवी ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल पर हुड़दंग कर रहे थे. एसीपी कोतवाली एवं अन्य अधिकारी लाल किले पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया. उसी दौरान सुभाष मार्ग पर लगे बैरिकेड तोड़ते हुए कुछ अन्य प्रदर्शनकारी भी वहां आ पहुंचे. पुलिस के समझाने के बावजूद उन्होंने जबरन लाल किले के अंदर प्रवेश किया. लाल किले के ऊपर चढ़ गए और जबरदस्ती झंडे फहराए. प्रदर्शनकारियों के पास तलवार थे जिन्हें वह लहराते हुए हुड़दंग बाजी करने के साथ नारेबाजी कर रहे थे. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझा कर रोकने की कोशिश की इस दौरान कुछ जगह पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया. उन्होंने कई पुलिसकर्मियों को वहां पिटाई करने के बाद गहरे गड्ढे में धकेल दिया. वह आंसू गैस की बंदूक, स्टिक और काफी सामान लूट कर ले गए. इसी दौरान सिपाही भवानी सिंह के साथ में मारपीट कर उसका हथियार लूटने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया.
कोतवाली में दर्ज FIRगंभीर धाराओं में हुआ है मामला दर्ज
एसएचओ ने एफआईआर में बताया है कि इस घटना में 141 पुलिसकर्मी एवं सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं. 141 घायलों की एमएलसी का जिक्र इसमें किया गया है जो अस्पताल में बनी है. यहां आए कई ट्रैक्टरों के नंबर भी एफआईआर में लिखे गए हैं. इसे ध्यान में रखते हुए यहां पर लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, हत्या प्रयास, दंगा आदि सेक्शन के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
कोतवाली में दर्ज FIR