नई दिल्ली: दिल्ली की मशहूर लव कुश रामलीला के पांचवे दिन गुरुवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में रामलीला का मंचन देखने पहुंचे. मंचन में प्रथम दृश्य राजा दशरथ के आदेश पर भगवान राम का सीता और लक्ष्मण के साथ वनवास जान, दूसरे दृश्य में राजा दशरथ की मृत्यु होने और अयोध्या नगरी के शोक में डूबने की लीला हुई यह दृश्य देखकर बहुत से दर्शक भावुक हो गए. तीसरे दृश्य में भरत ननिहाल से लौटे और अपनी माता कैकेयी को अयोध्या की बर्बादी का कारण जान फूट फूट कर रोए. भरत रोते बिलखते हुए राम को मनाने पहुंचे यह देखकर सब दर्शक भाव विभोर हो गये.
वहीं, चौथे दृश्य में सूर्पणखा की नाक कटने और सीता हरण का मंचन किया गया मंचन में दर्शाया गया कि माता सीता को अकेले न छोड़ने का आदेश देकर श्री राम हिरण पकड़ने चले गए. जैसे ही राम का बाण मरीच को लगा, मरीच ने राम की आवाज में लक्ष्मण और माता सीता को पुकारा. भगवान राम की आवाज सुन सीता ने लक्ष्मण को राम की मदद के लिए जाने को कहा. माता की आज्ञा सुन, लक्ष्मण ने, सीता को लक्ष्मण रेखा में सुरक्षित कर राम की मदद को चल दिए. तभी साधु का रूप धर, रावण, भोजन मांगने सीता की कुटिया के पास आ पहुंचा और माता सीता से लक्ष्मण रेखा से बाहर आकर भोजन देने को कहा. जैसे ही माता भोजन देने लक्ष्मण रेखा से बाहर आईं, रावण ने उनका अपहरण कर लिया.
इधर, दिल्ली की लाल किला मैदान में होने वाली श्री धार्मिक रामलीला कमेटी में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा पहुंचे और इस दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री ने भगवान श्री राम के स्वरूप को तिलक लगाकर चरण वंदन किया.
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