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दिल्ली: नहीं बदले हालात, DTC बस में महिला पत्रकार से हुई छेड़छाड़ - दिल्ली प्रदेश भाजपा प्रवक्ता टीना शर्मा

गुरुवार की रात नोएडा से भजनपुरा की जाने वाली डीटीसी की बस में एक महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़, दुर्व्यवहार की घटना हुई. तो नोएडा पुलिस ने प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की लेकिन डीटीसी ने कोई कार्रवाई नहीं की.

Female journalist molested in DTC bus in delhi
DTC बस में महिला पत्रकार से हुई छेड़छाड़
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Published : Jan 10, 2020, 9:49 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन सेवा के सबसे बड़े साधन डीटीसी बस में मार्शल तैनात होने के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों हैं. यह आरोप भाजपा ने लगाया है. दरअसल गुरुवार की रात नोएडा से भजनपुरा की जाने वाली डीटीसी की बस में एक महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़, दुर्व्यवहार की घटना हुई. तो नोएडा पुलिस ने प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की लेकिन डीटीसी ने कोई कार्रवाई नहीं की.

DTC बस में महिला पत्रकार से हुई छेड़छाड़

प्रदेश भाजपा ने डीटीसी प्रबंधक को दी शिकायत
प्रदेश भाजपा ने इस बाबत दिल्ली परिवहन निगम के मुख्य प्रबंधक निदेशक मनोज कुमार को लिखित शिकायत दी है और उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

'महिला सुरक्षा के दावे खोखले'
दिल्ली परिवहन निगम प्रबंधक को शिकायत देने के बाद प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता टीना शर्मा ने कहा कि दिल्ली की डीटीसी बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े दावे तो किए, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे हैं. पहले भी कई बार महिलाओं के साथ बसों में छेड़छाड़ की घटना हो चुकी है.

Female journalist molested in DTC bus in delhi
प्रदेश भाजपा ने डीटीसी प्रबंधक को दी शिकायत

'टिकट चेकर्स ने की बदसलूकी'
उक्त रूट की डीटीसी बस में महिला खड़ी थी. अगले स्टॉप पर टिकट चेक करने आए पांच डीटीसी कर्मचारी चढ़े. इन कर्मचारियों में से एक टिकट मांगते समय से गलत तरीके से महिला को छुआ, महिला ने विरोध किया तो वो कर्मचारी बदसलूकी करने लगा. महिला ने बस ड्राइवर से गेट नहीं खोलने की अपील की और उसे पुलिस स्टेशन ले जाने को कहा. तब भी ड्राइवर ने उन कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया.

'सरकार क्यों है मौन'
डीटीसी प्रबंधक को दी गई शिकायत में प्रदेश भाजपा की ओर से कहा गया है कि आखिर महिला के साथ छेड़छाड़ को लेकर दिल्ली सरकार मौन क्यों है? दिल्ली सरकार बताए कि दोषी ड्राइवर और कंडक्टर पर कार्रवाई करने की बजाय महिला पत्रकार को धक्के मारकर बस से क्यों उतार दिया गया? यह पूरा मामला तब सामने आया, जब सोशल मीडिया पर पीड़ित महिला ने अपने साथ हुए घटना को साझा किया था.

बता दें कि महिला सुरक्षा के नाम पर ही केजरीवाल सरकार ने डीटीसी की बसों में मार्शलों की नियुक्ति की थी. मकसद था कि मार्शल किसी भी विपरीत परिस्थिति में यात्रियों के सुरक्षा को लेकर त्वरित कार्रवाई करेंगे. लेकिन ऐसा ना होने से प्रदेश भाजपा ने इस मामला की शिकायत की है.

नई दिल्ली: दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन सेवा के सबसे बड़े साधन डीटीसी बस में मार्शल तैनात होने के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों हैं. यह आरोप भाजपा ने लगाया है. दरअसल गुरुवार की रात नोएडा से भजनपुरा की जाने वाली डीटीसी की बस में एक महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़, दुर्व्यवहार की घटना हुई. तो नोएडा पुलिस ने प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की लेकिन डीटीसी ने कोई कार्रवाई नहीं की.

DTC बस में महिला पत्रकार से हुई छेड़छाड़

प्रदेश भाजपा ने डीटीसी प्रबंधक को दी शिकायत
प्रदेश भाजपा ने इस बाबत दिल्ली परिवहन निगम के मुख्य प्रबंधक निदेशक मनोज कुमार को लिखित शिकायत दी है और उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

'महिला सुरक्षा के दावे खोखले'
दिल्ली परिवहन निगम प्रबंधक को शिकायत देने के बाद प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता टीना शर्मा ने कहा कि दिल्ली की डीटीसी बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े दावे तो किए, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे हैं. पहले भी कई बार महिलाओं के साथ बसों में छेड़छाड़ की घटना हो चुकी है.

Female journalist molested in DTC bus in delhi
प्रदेश भाजपा ने डीटीसी प्रबंधक को दी शिकायत

'टिकट चेकर्स ने की बदसलूकी'
उक्त रूट की डीटीसी बस में महिला खड़ी थी. अगले स्टॉप पर टिकट चेक करने आए पांच डीटीसी कर्मचारी चढ़े. इन कर्मचारियों में से एक टिकट मांगते समय से गलत तरीके से महिला को छुआ, महिला ने विरोध किया तो वो कर्मचारी बदसलूकी करने लगा. महिला ने बस ड्राइवर से गेट नहीं खोलने की अपील की और उसे पुलिस स्टेशन ले जाने को कहा. तब भी ड्राइवर ने उन कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया.

'सरकार क्यों है मौन'
डीटीसी प्रबंधक को दी गई शिकायत में प्रदेश भाजपा की ओर से कहा गया है कि आखिर महिला के साथ छेड़छाड़ को लेकर दिल्ली सरकार मौन क्यों है? दिल्ली सरकार बताए कि दोषी ड्राइवर और कंडक्टर पर कार्रवाई करने की बजाय महिला पत्रकार को धक्के मारकर बस से क्यों उतार दिया गया? यह पूरा मामला तब सामने आया, जब सोशल मीडिया पर पीड़ित महिला ने अपने साथ हुए घटना को साझा किया था.

बता दें कि महिला सुरक्षा के नाम पर ही केजरीवाल सरकार ने डीटीसी की बसों में मार्शलों की नियुक्ति की थी. मकसद था कि मार्शल किसी भी विपरीत परिस्थिति में यात्रियों के सुरक्षा को लेकर त्वरित कार्रवाई करेंगे. लेकिन ऐसा ना होने से प्रदेश भाजपा ने इस मामला की शिकायत की है.

Intro:नई दिल्ली. दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन सेवा के सबसे बड़े साधन डीटीसी बस में मार्शल तैनात होने के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों है. यह आरोप भाजपा ने लगाया है. दरअसल, गुरुवार को रात नोएडा से भजनपुरा की जाने वाली डीटीसी की बस में एक महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़, दुर्व्यवहार की घटना हुई. तो नोएडा पुलिस ने प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की लेकिन डीटीसी ने कोई कार्रवाई नहीं की.


Body:प्रदेश भाजपा ने डीटीसी प्रबंधक को दी शिकायत

प्रदेश भाजपा ने इस बाबत दिल्ली परिवहन निगम के मुख्य प्रबंधक निदेशक मनोज कुमार को लिखित शिकायत दी है और उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

महिला सुरक्षा के दावे खोखले

दिल्ली परिवहन निगम प्रबंधक को शिकायत देने के बाद प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता टीना शर्मा ने कहा कि दिल्ली की डीटीसी बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े दावे तो किए, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे है. पहले भी कई बार महिलाओं के साथ बसों में छेड़छाड़ की घटना हो चुकी है.

टिकट चेकर्स ने की बदसलूकी

उक्त रूट की डीटीसी बस में महिला खड़ी थी. अगले स्टॉप पर टिकट चेक करने आए पांच डीटीसी कर्मचारी चढ़े. इन कर्मचारियों में से एक टिकट मांगते समय से गलत तरीके से महिला को छुआ, महिला ने विरोध किया तो वो कर्मचारी बदसलूकी करने लगा. महिला ने बस ड्राइवर से गेट नहीं खोलने की अपील की और उसे पुलिस स्टेशन ले जाने को कहा. तब भी ड्राइवर ने उन कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया.

सरकार क्यों है मौन

डीटीसी प्रबंधक को दी गई शिकायत में प्रदेश भाजपा की ओर से कहा गया है कि आखिर महिला के साथ छेड़छाड़ को लेकर दिल्ली सरकार मौन क्यों है? दिल्ली सरकार बताए कि दोषी ड्राइवर और कंडक्टर पर कार्रवाई करने की बजाय महिला पत्रकार को धक्के मारकर बस से क्यों उतार दिया गया? यह पूरा मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर पीड़ित महिला ने अपने साथ ले घटना को साझा किया था.


Conclusion:बता दें कि महिला सुरक्षा के नाम पर ही केजरीवाल सरकार ने डीटीसी की बसों में मार्शलों की नियुक्ति की थी. मकसद था कि मार्शल किसी भी विपरीत परिस्थिति में यात्रियों के सुरक्षा को लेकर त्वरित कार्रवाई करेंगे. लेकिन ऐसा ना होने से प्रदेश भाजपा ने इस मामला की शिकायत की है.

समाप्त, आशुतोष झा
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