नई दिल्ली: दिल्ली की रामलीलाओं में हमेशा स्टारडम देखने को मिलता है. हर साल बॉलीवुड और टीवी धारावाहिकों के फेमस अभिनेता अहम रोल निभाते नजर आते हैं. अपने पसंदीदा एक्टर्स को रामायण के किरदारों में देखने का क्रेज भी जनता में काफी रहता है. लालकिला मैदान स्थित माधवदास पार्क में श्री धार्मिक लीला कमिटी इस बार 100वीं वर्षगांठ मना रही है.
रामलीला को खास बनाने के लिए जाने-माने एक्टर्स को कास्ट किया गया है. इसमें रावण का अभिनय प्रसिद्ध अभिनेता शाहबाज खान और हनुमान का किरदार विंदु दारा सिंह निभा रहे हैं. शाहबाज खान ने चंद्रकांता, द ग्रेट मराठा, बेताल पच्चीसी, युग, महाराजा रंजीत सिंह, भारत का वीर पुत्र- महाराणा प्रताप जैसे टीवी सीरीयल्स में दमदार अभिनय किया है. इसके अलावा बॉलीवुड की कई फिल्म जैसे अर्जुन पंडित, जयहिंद, मेहंदी, मेजर साब, इंटरनैशनल खिलाड़ी, किला, जिद्दी, मेरी आन, धरतीपुत्र में शानदार किया है.
सवाल: आपने फिल्मों, धारावाहिकों समेत कई स्टेज शो में अभिनय किया है. रावण के किरदार को निभाना कितना चुनौतीपूर्ण?
जवाब: रावण का किरदार हर उस एक्टर के लिए जो स्टेज करना चाहता है या स्ट्रॉन्ग निगेटिव रोल करना चाहता है, उसके लिए बहुत अहम है. उसकी जिंदगी का अहम अभिनय है. कुछ निगेटिव रोल्स चर्चा में रहते हैं, जैसे 'द टेन कमांडमेंट्स' में एक रोल यूल ब्रायनर ने किया था. एक रोल है यजीद, उसी तरह रावण भी है. कई बड़े विलेंस विख्यात हैं, जिसमें रावण भी शामिल है. रावण ज्ञानी, ध्यानी पंडित, बहुत जानकार, संगीतकार था. रावण प्रतिभाशाली था. आप जानते होंगे कि रावण बहुत इमोशनल आदमी भी था. उससे जिंदगी में एक ही गलती हुई कि अभिमान हो गया. उस अभिमान की खातिर अपने आपको खत्म करना मंजूर किया, लेकिन अभिमान को नहीं छोड़ा. रामलीला सिखाती है कि अभिमान या गुरूर किस तरह बड़े से बड़े शख्सियत को खत्म कर देती है.
सवाल: आपको रावण का किरदार उतारने के लिए पहले से कितनी तैयारी करनी होती है?
जवाब: अब तो हमें इतने साल हो गए काम करते हुए लेकिन तैयारियां तो अभी भी करनी होती है. तकलीफ तो अब भी होती है. ये वेश-भूषा जो पहनी है, वो करेक्ट हो जाए, तो आधी जंग तो वैसे ही जीत जाते हैं. रामलीला में रोल करना चुनौतीपूर्ण है. सारे लोग बहुत श्रद्धा और आस्था से देखते हैं. कहीं कोई गलती हो जाए, तो पकड़ लेते हैं. बोलते हैं, अरे भाई ये क्या है? रामलीला में विंदू दारा सिंह हनुमान जी बने हैं, वो भी चैलेंजिंग रोल है. मैं तो नेगेटिव रोल में हूं मगर, वो एक भगवान का रूप सामने पेश करते हैं जो ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. मुझे ज्यादा परेशानी नहीं होती है कि क्योंकि मैंने संस्कृत पढ़ी है. स्कूल में भी सीखा है. शिव तांड़व स्त्रोत भी याद है.
सवाल: हर रामलीला की अपनी स्क्रिप्ट होती है. आपने पहले भी कई जगह अभिनय किया है. बार-बार नए डॉयलॉग्स याद करने होते हैं, इसकी तैयारी में कितना समय लगता है?
जवाब: हम तैयारी में ज्यादा वक्त नहीं दे पाते हैं क्योंकि, शूटिंग शेड्यूल की वजह से काफी व्यस्त रहते हैं. फिर भी इतनी तैयारी हर बार करनी होती है रोल के साथ कॉम्फर्ट हो जाएं, उनता वक्त जरूर देते हैं.
सवाल: मेकअप में कितनी तैयारी करनी होती है, ये वेश धारण करने में समय लगता होगा?
जवाब: सारी साज सज्जा के साथ पूरे तौर पर स्टेज पर पहुंचने के लिए तैयार होना काफी चैलेंजिग है. मेकअप, वस्त्र, आभूषण और बाकि चीजों को मिलाकर परफेक्ट बनाने में लगभग 2 घंटे लग जाते हैं.
सवाल: रावण का किरदार निभाने वालों की बॉडी लंबी-चौड़ी और बलशाली होनी चाहिए. क्या, इस रोल के लिए डाइट में कुछ बदलाव लाते हैं, ताकि कुछ वजन बढ़े?
जवाब: नहीं, मेरा वजन पहले से ठीकठाक है. मैं मोटा तो नहीं हूं, लेकिन तंदरुस्त जरूर हूं. रावण के रोल में फिट हो जाता हूं, जिम तो नॉर्मल लाइफ में भी करते हैं. रोल करना होता है, तो थोड़ा ज्यादा एक्सरसाइज कर लेते हैं.