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कुमार विश्वास के नाम पर लाखों की ठगी, 'कविराज' ने CM केजरीवाल पर साधा निशाना

यूपी के आजमगढ़ में कवि कुमार विश्वास के नाम पर कार्यक्रम आयोजित कर टिकट के नाम पर पैसे वसूलने का मामला सामने आया है. वहीं इस मामले में कुमार विश्वास ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि मुझे इस कार्यक्रम के बारे में खुद नहीं पता है.

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Published : Nov 29, 2019, 9:49 AM IST

Updated : Nov 29, 2019, 1:36 PM IST

poet kumar viswas
कवि कुमार विश्वास के नाम पर हुई ठगी

नई दिल्ली/आजमगढ़ः आम आदमी पार्टी के बागी नेता व देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास के कार्यक्रम के नाम पर बड़े फ्रॉड का मामला सामने आया है. खुद कुमार विश्वास ने फेसबुक पर पोस्ट के जरिए इस खेल का खुलासा किया है.

कवि कुमार विश्वास का कार्यक्रम करवाने के नाम पर फ्रॉड

इसके बाद से आयोजकों में हड़कंप मचा है. आजमगढ़ में कुमार विश्वास के नाम से कार्यक्रम आयोजित कर रही संस्था उमा उपहार फाउंडेशन और वीआईएस ने महंगे टिकट के जरिए भारी भरकम रकम जुटाने का प्लान बनाया था. संस्था को जब लगा कि उनकी पोल खुलने वाली है तो उन्होंने कार्यक्रम की तारीख बदलकर खुद को बचाने का प्रयास किया, लेकिन कुमार विश्वास के पोस्ट ने इस खेल से पर्दा उठा दिया.

2000 रुपये थे टिकटों के दाम

उमा उपहार फाउंडेशन और वीआईएस संस्था के संयुक्त तत्वावधान में 28 नवंबर को शहर के सर्वोदय पब्लिक स्कूल में जश्ने विश्वास नाम से कार्यक्रम का आयोजन होना था. आयोजकों ने इसमें कवि कुमार विश्वास सहित कई स्थानीय शायरों के शामिल होने की बात कही थी. कार्यक्रम के लिए बाकायदा 500 रुपये, 1000 रुपये और 2000 रुपये में टिकटों की बिक्री भी शुरू कर दी गई.

तीन दिन पहले फ्रॉड का पता चला

बुधवार को खुद कुमार विश्वास ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस फ्रॉड का खुलासा कर दिया. साथ ही कहा कि संस्तुति पत्र में जो हस्ताक्षर हैं, वह उनका ऑटोग्राफ है न कि हस्ताक्षर. उनके नाम पर एक संस्था के जरिए फ्रॉड किया गया है. वहीं उमा उपहार फाउंडेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीन कुमार शुक्ला एक तरफ दावा कर रहे हैं कि उनके साथ केडी इवेंट नाम की संस्था ने फ्रॉड किया है. दूसरी तरफ यह भी बता रहे हैं कि उन्हें इस फ्रॉड के बारे में तीन दिन पहले पता चल गया था.

अब सवाल यह है कि यदि उन्हें तीन दिन पहले मामला पता था तो उन्होंने पुलिस से शिकायत करने के बजाय मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यक्रम की तिथि 28 नवंबर की जगह 19 दिसंबर बता कर लोगों को गुमराह क्यों किया. इससे साफ है कि कहीं न कहीं आयोजक भी इस पूरे खेल में शामिल हैं.

poet kumar viswas
कुमार विश्वास ने किया ट्वीट

कुमार विश्वास ने किया ट्वीट
वहीं अपने नाम पर हुई इस ठगी को लेकर कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि ये वाला तो फिर भी फ़रार हो गया, हमारे नाम पर तो कई बौने लोग टिकट बेच-बेचकर बड़े हो गए.

नई दिल्ली/आजमगढ़ः आम आदमी पार्टी के बागी नेता व देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास के कार्यक्रम के नाम पर बड़े फ्रॉड का मामला सामने आया है. खुद कुमार विश्वास ने फेसबुक पर पोस्ट के जरिए इस खेल का खुलासा किया है.

कवि कुमार विश्वास का कार्यक्रम करवाने के नाम पर फ्रॉड

इसके बाद से आयोजकों में हड़कंप मचा है. आजमगढ़ में कुमार विश्वास के नाम से कार्यक्रम आयोजित कर रही संस्था उमा उपहार फाउंडेशन और वीआईएस ने महंगे टिकट के जरिए भारी भरकम रकम जुटाने का प्लान बनाया था. संस्था को जब लगा कि उनकी पोल खुलने वाली है तो उन्होंने कार्यक्रम की तारीख बदलकर खुद को बचाने का प्रयास किया, लेकिन कुमार विश्वास के पोस्ट ने इस खेल से पर्दा उठा दिया.

2000 रुपये थे टिकटों के दाम

उमा उपहार फाउंडेशन और वीआईएस संस्था के संयुक्त तत्वावधान में 28 नवंबर को शहर के सर्वोदय पब्लिक स्कूल में जश्ने विश्वास नाम से कार्यक्रम का आयोजन होना था. आयोजकों ने इसमें कवि कुमार विश्वास सहित कई स्थानीय शायरों के शामिल होने की बात कही थी. कार्यक्रम के लिए बाकायदा 500 रुपये, 1000 रुपये और 2000 रुपये में टिकटों की बिक्री भी शुरू कर दी गई.

तीन दिन पहले फ्रॉड का पता चला

बुधवार को खुद कुमार विश्वास ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस फ्रॉड का खुलासा कर दिया. साथ ही कहा कि संस्तुति पत्र में जो हस्ताक्षर हैं, वह उनका ऑटोग्राफ है न कि हस्ताक्षर. उनके नाम पर एक संस्था के जरिए फ्रॉड किया गया है. वहीं उमा उपहार फाउंडेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीन कुमार शुक्ला एक तरफ दावा कर रहे हैं कि उनके साथ केडी इवेंट नाम की संस्था ने फ्रॉड किया है. दूसरी तरफ यह भी बता रहे हैं कि उन्हें इस फ्रॉड के बारे में तीन दिन पहले पता चल गया था.

अब सवाल यह है कि यदि उन्हें तीन दिन पहले मामला पता था तो उन्होंने पुलिस से शिकायत करने के बजाय मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यक्रम की तिथि 28 नवंबर की जगह 19 दिसंबर बता कर लोगों को गुमराह क्यों किया. इससे साफ है कि कहीं न कहीं आयोजक भी इस पूरे खेल में शामिल हैं.

poet kumar viswas
कुमार विश्वास ने किया ट्वीट

कुमार विश्वास ने किया ट्वीट
वहीं अपने नाम पर हुई इस ठगी को लेकर कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि ये वाला तो फिर भी फ़रार हो गया, हमारे नाम पर तो कई बौने लोग टिकट बेच-बेचकर बड़े हो गए.

Intro:खबर रैप से है।

एंकर- आजमगढ़ आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास के साथ बड़े फ्राड का मामला प्रकाश में आया है। खुद कुमार विश्वास ने अपनी वेबसाइट व फेसबुक पर पोस्ट के जरिये इस फ्राड का खुलासा किया है। इसके बाद से आयोजकों में हड़कंप मचा है। कारण कि जश्ने विश्वास के नाम से कार्यक्रम अर्गनाइज कर रही संस्था उमा उपहार फाउंडेशन व वीआईएस ने कार्यक्रम में महंगे टिकट के जरिये भारी भरकम रकम जुटाने का प्लान बनाया था। जब संस्था का लगा कि उनका पोल खुलने वाला है तो उन्होंने कार्यक्रम की तिथि बदलकर खुद को बचाने का प्रयास किया लेकिन कुमार विश्वास के पोस्ट ने उनका पोल खोल दिया है।
Body:वी0ओ0-1- बता दें कि उमा उपहार फाउंडेशन आजमगढ़ व वीआईएस संस्था के संयुक्त तत्वावधान में 28 नवंबर को शहर के सर्वोदय पब्लिक स्कूल हरबंशपुर में जश्ने विश्वास नाम से कार्यक्रम का अयोजन होना था। आयोजकों द्वारा इसमें आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व कवि कुमार विश्वास सहित कई स्थानीय शायरों के शामिल होने की बात कही गयी थी। कार्यक्रम के लिए बाकायदा 500 रूपया, 1000 रूपया तथा वीआइपी टिकट 2000 रूपये में बिक्री भी शुरू कर दी गयी। तमाम लोगों ने टिकट भी खरीद लिया। इसी बीच बुधवार को दोपहर बाद खुद कुमार विश्वास ने अपनी वेबसाइट व फेसबुक पर पोस्ट के जरिये इस फ्राड का खुलासा कर दिया और कहा कि संस्तुति पत्र में जो हस्ताक्षर है वह उनका आटोग्राफ है ना कि आफीसियल हस्ताक्षर। उनके नाम पर एक संस्था के जरिये फ्राड किया गया है। आयोजकों को जब लगा कि अब यह ममाला तूल पकड़ रहा है तो आयोजक सारे फ्राड का आरोप केडी इवेंट नाम की संस्था पर लगाते हुए एसपी को प्रार्थना पत्र दे दिया। मजेदार बात है कि उमा उपहार फाउंडेशन के मेनेजिंग डायरेक्टर प्रवीन कुमार शुक्ला एक तरफ दावा कर रहे हैं कि उनके साफ केडी इवेंट नाम की संस्था ने फ्राड किया है और दूसरी तरफ यह भी बता रहे हैं कि उन्हें इस बारे में तीन दिन पहले पता चल गया था। अब सवाल है कि यदि उन्हें तीन दिन पहले मामला पता था तो उन्होंने पुलिस से शिकायत करने के बाजाय मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यक्रम की तिथि 28 नवंबर की जगह 19 दिसंबर बता कर लोगों को गुमराह क्यो किया। इससे साफ है कि कहीं न कहीं आयोजक भी इस पूरे खेल में शामिल है।
बाइट-1- प्रवीण सिंह - आयोजक
 Conclusion:वी0ओ0-2- वही पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि तहरीर मिली है। जांच कर कार्रवाई की जायेगी।
बाइट-2- प्रो0 त्रिवेणी सिंह - एसपी

प्रत्यूष सिंह
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Last Updated : Nov 29, 2019, 1:36 PM IST
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