नई दिल्ली: निगम चुनाव नजदीक आते ही दिल्ली सरकार और एमसीडी के प्रभारी दुर्गेश पाठक द्वारा लगातार निगम पर हमला बोला जा रहा है. कुछ दिनों पहले दिल्ली सरकार ने निगम स्कूलों की बदहाली का हवाला देते हुए कहा था कि नगर निगम से स्कूल नहीं संभल रहे तो निगम स्कूलों को हमें सौंप दें. हम उन स्कूलों को चलाएंगे. दिल्ली सरकार के इस बयान के बाद अब पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) के वरिष्ठ पार्षद और पूर्व स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन संदीप कपूर ने कड़ा एतराज जताया है.
कम बजट में अच्छा परिणाम
निगम पार्षद संदीप कपूर ने कहा कि दिल्ली सरकार ने शिक्षा को व्यापार बना दिया है. दिल्ली सरकार का शिक्षा बजट 15 हजार 800 करोड़ रुपये और सिर्फ 1,110 स्कूल है. इस हिसाब से अगर हम देखें तो दिल्ली सरकार एक सरकारी स्कूल पर 1 साल में लगभग 14 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. वही बात निगम की स्कूलों की करे तो पूर्वी दिल्ली नगर निगम 400 करोड़ रुपये के बजट में 315 स्कूल चला रहा है. मतलब एक स्कूल पर हम करीब एक करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं. जिसके बावजूद हमारे स्कूल में स्मार्ट क्लास, सोलर पैनल और इमारत अच्छे हालत में है.
निगम को सौंप दे सरकारी स्कूल
निगम पार्षद संदीप कपूर ने कहा कि जितना पैसा दिल्ली सरकार शिक्षा पर लगा रही है असल में उतना खर्च नहीं हो रहे हैं. स्कूल की पुरानी इमारतों को लीपापोती करके नया बनाया जा रहा है ताकि जनता के आंखों में धूल झोंका जा सके. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अपने सभी सरकारी स्कूलों को पूर्वी दिल्ली नगर निगम को सौप दे. निगम दिल्ली सरकार के आधे खर्च में इन स्कूलों को चला कर दिखाएगी.