नई दिल्ली: देशभर में आर्थिक अपराध के मामले जिस तरीके से बढ़ रहे हैं, इसे लेकर पुलिस भी लगातार सक्रिय हो रही है. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW)) ने जागरूकता अभियान की शुरुआत की है. इसके जरिए लोगों को यह बताया जा रहा है कि किस तरीके से आर्थिक अपराध होते हैं और इनमें लोगों द्वारा किस तरीके की लापरवाही बरती जाती है. अगर वह ऐसी लापरवाही नहीं बरतें तो आर्थिक अपराध का शिकार होने से बच सकते हैं.
विशेष यूनिट है ईओडब्ल्यू
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा राजधानी में घटित होने वाले आर्थिक अपराधों की जांच के लिए बनी एक विशेष यूनिट है. यहां पर बैंक, भूमि, भवन, आवासीय एवं पूंजी संबंधित घोटालों की जांच की जाती है. इसके साथ ही यहां पर आधुनिक धोखाधड़ी व जालसाजी के मामलों की जांच के लिए भी विशेष टीमें हैं. इस तरह के अपराध के दौरान निवेशकों और पीड़ितों द्वारा बरती गई असावधानियों के बारे में वह लगातार जानकारी जुटाते हैं. पहले इन्हें चिन्हित किया जाता है और फिर लोगों को इसकी जानकारी दी जाती है ताकि वह इस तरह के अपराध का शिकार ना बने.
जागरूकता रथ की शुरुआत
लोगों को जागरूक करने के कार्यक्रम को अधिक सुगमता और सहायता प्रदान करने के लिए दिल्ली पुलिस ने भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से आर्थिक अपराध जागरूकता रथ "प्रबोधिनी" को विशेष रूप से तैयार किया है. यह सभी आवश्यक और आधुनिक विजुअल सामग्री से सुसज्जित है. पुलिस द्वारा मॉल, पार्क, कॉलेज, स्कूल एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर इस जागरूकता रथ द्वारा आर्थिक अपराध के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान कर लोगों को जागरूक व सावधान करने का प्रयास किया जाएगा. प्रबोधिनी की सहायता से विभिन्न स्थानों पर लघु फिल्मों, पाठ्य सामग्री और जनसंवाद द्वारा लोगों के साथ शिक्षण हेतु सक्रिय संचार स्थापित किया जाएगा.
लोगों की समस्या का समाधान भी होगा
इसके जरिए विभिन्न आर्थिक अपराधों के बारे में लोगों को जानकारी देकर इनसे बचने के उपायों को उन्हें समझाया जाएगा. इसके साथ ही इस विषय से संबंधित लोगों के प्रश्नों और संदेहों का भी निराकरण वहां पर किया जाएगा.
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जागरूकता के इस अभियान में भारतीय रिजर्व बैंक, सेबी एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं के प्रतिनिधि भी सम्मिलित किए जाएंगे. दिल्ली पुलिस को उम्मीद है कि उनकी इस पहल से आर्थिक अपराध के मामलों में कमी आएगी.