नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ठंड इस वक्त सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है. बढ़ती ठंड के साथ कई इलाकों में हो रही बारिश भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. ऐसे में दिल्ली सरकार के दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (dusib) की तरफ से शेल्टर होम की संख्या बढ़ाई गई है और जो लोग फुटपाथ, फ्लाईओवर आदि के नीचे रह कर अपना गुजारा करते हैं उन्हें शेल्टर होम में पहुंचाया जा रहा है.
DUSIB ने बढ़ाई शेल्टर होम की संख्या, 9 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था - दिल्ली में ठंड
दिल्ली में ठंड के साथ कई इलाकों में हो रही बारिश ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है. इसे देखते हुए सरकार के दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (dusib) की तरफ से शेल्टर होम की संख्या बढ़ाई गई है. जिससे फुटपाथ, फ्लाईओवर आदि के नीचे रह कर अपना गुजारा करने वाले लोगों की सहायता की जा सके.
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ठंड को देखते हुए DUSIB ने बढ़ाई शेल्टर होम की संख्या
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ठंड इस वक्त सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है. बढ़ती ठंड के साथ कई इलाकों में हो रही बारिश भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. ऐसे में दिल्ली सरकार के दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (dusib) की तरफ से शेल्टर होम की संख्या बढ़ाई गई है और जो लोग फुटपाथ, फ्लाईओवर आदि के नीचे रह कर अपना गुजारा करते हैं उन्हें शेल्टर होम में पहुंचाया जा रहा है.
ठंड को देखते हुए DUSIB ने बढ़ाई शेल्टर होम की संख्या
DUSIB के मेंबर अधिकारी विपिन राय ने बताया मौजूदा समय में पूरी दिल्ली में हमारी तरफ से 303 शेल्टर होम चलाए जा रहे हैं, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इसमें स्थाई बिल्डिंग की संख्या 79, पोटा केबिन की संख्या 114, टेंट 99 जगहों पर और टेंपरेरी बिल्डिंग 10 हैं, जो इस वक्त शेल्टर होम के रूप में चलाए जा रहे हैं. इन जगहों पर इस समय करीब 9000 लोग रुक रहे हैं, कोरोना से पहले यह संख्या करीब 19000 थी. लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने को लेकर 8,442 लोगों के रुकने की व्यवस्था रैन बसेरों में की हुई है.
17 रेस्क्यू टीम लोगों को कर रही ठंड में रेस्क्यू
विपिन राय ने जानकारी दी है कि इन शेल्टर होम में करीब 9000 बेड की व्यवस्था है, इसके अलावा कई रैन बसेरों में जमीन पर भी गद्दे डाले हुए हैं. जहां पर लोग रुक रहे हैं और रोजाना रात के समय 7 से 8 हज़ार लोग शेल्टर होम में सर्द रातें गुजार रहे हैं. इसके साथ ही हमारी पूरी दिल्ली में करीब 17 रेस्क्यू टीम अलग-अलग इलाकों में घूम रही है. ज्यादातर क्लस्टर एरिया के हैं, जहां पर टीम जा-जाकर लोगों तक मदद पहुंचा रही है और उन्हें शेल्टर होम में रेस्क्यू किया जा रहा है.
ठंड और बारिश से बचाव के लिए लगाए जा रहे हैं वाटर प्रूफ टेंट
अधिकारी ने बताया कि रात के समय कई बार डिप्टी डायरेक्टर और जेईई अलग-अलग शेल्टर होम में जाकर चैकिंग भी कर रहे हैं कि वहां पर सर्दी और बारिश से बचाव के सभी जरूरी इंतजाम ठीक हों. इसके अलावा जहां पर ज्यादा जरूरत होती है, वहां पर अस्थाई रूप से वॉटरप्रूफ टेंट भी लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही ठंड के समय शेल्टर होम में पीने का गर्म, खाने दो टाइम का खाना, कंबल, शौचालय बिस्तर आदि की सुविधा दी जा रही है.
ठंड को देखते हुए DUSIB ने बढ़ाई शेल्टर होम की संख्या
DUSIB के मेंबर अधिकारी विपिन राय ने बताया मौजूदा समय में पूरी दिल्ली में हमारी तरफ से 303 शेल्टर होम चलाए जा रहे हैं, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इसमें स्थाई बिल्डिंग की संख्या 79, पोटा केबिन की संख्या 114, टेंट 99 जगहों पर और टेंपरेरी बिल्डिंग 10 हैं, जो इस वक्त शेल्टर होम के रूप में चलाए जा रहे हैं. इन जगहों पर इस समय करीब 9000 लोग रुक रहे हैं, कोरोना से पहले यह संख्या करीब 19000 थी. लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने को लेकर 8,442 लोगों के रुकने की व्यवस्था रैन बसेरों में की हुई है.
17 रेस्क्यू टीम लोगों को कर रही ठंड में रेस्क्यू
विपिन राय ने जानकारी दी है कि इन शेल्टर होम में करीब 9000 बेड की व्यवस्था है, इसके अलावा कई रैन बसेरों में जमीन पर भी गद्दे डाले हुए हैं. जहां पर लोग रुक रहे हैं और रोजाना रात के समय 7 से 8 हज़ार लोग शेल्टर होम में सर्द रातें गुजार रहे हैं. इसके साथ ही हमारी पूरी दिल्ली में करीब 17 रेस्क्यू टीम अलग-अलग इलाकों में घूम रही है. ज्यादातर क्लस्टर एरिया के हैं, जहां पर टीम जा-जाकर लोगों तक मदद पहुंचा रही है और उन्हें शेल्टर होम में रेस्क्यू किया जा रहा है.
ठंड और बारिश से बचाव के लिए लगाए जा रहे हैं वाटर प्रूफ टेंट
अधिकारी ने बताया कि रात के समय कई बार डिप्टी डायरेक्टर और जेईई अलग-अलग शेल्टर होम में जाकर चैकिंग भी कर रहे हैं कि वहां पर सर्दी और बारिश से बचाव के सभी जरूरी इंतजाम ठीक हों. इसके अलावा जहां पर ज्यादा जरूरत होती है, वहां पर अस्थाई रूप से वॉटरप्रूफ टेंट भी लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही ठंड के समय शेल्टर होम में पीने का गर्म, खाने दो टाइम का खाना, कंबल, शौचालय बिस्तर आदि की सुविधा दी जा रही है.