नई दिल्ली: बकाया सैलरी की मांग को लेकर निगम के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इसके कारण दिल्ली के कई इलाकों में सड़कों पर कूड़ा बिखरा हुआ है. कूड़ा फैले सड़कों की तस्वीर दिखाते हुए आम आदमी पार्टी ने भाजपा शाषित निगम पर हमला बोला है. आम आदमी पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि तनख्वाह न मिलने के कारण कर्मचारी हड़ताल पर हैं.
'नहीं मिल रही कर्मचारियों को सैलरी'
उन्होंने कहा कि यूं तो पूरी दिल्ली कूड़े की समस्या से जूझ रही है, लेकिन उत्तरी दिल्ली नगर निगम के इलाके में रहने वाले लोगों का बीते 15-20 दिनों से बुरा हाल है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष के घर तक कूड़ा फैला है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि एक तरफ सैलरी न मिलने के कारण कर्मचारी बुरे हाल में हैं, उनका घर नहीं चल पा रहा, वे हड़ताल करने के लिए मजबूर हैं और दूसरी तरफ, भाजपा अपने पार्षदों का फंड बढ़वाने में लगी है.
'दिल्ली सरकार ने दिए थे 938 करोड़'
दिल्ली सरकार द्वारा एमसीडी को 938 करोड़ का फंड देने का जिक्र करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि 14 जनवरी को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई कर्मचारियों के वेतन के लिए 938 करोड़ रुपए जारी किए थे. उन्होंने कहा कि ये पैसे देने की जिम्मेदारी हमारी नहीं थी, लेकिन कर्मचारियों के लिए पैसे दिए गए. लेकिन इसके बावजूद उन्हें पैसे नहीं दिए गए.
'दिल्ली वालों की सेहत से मत करो खिलवाड़'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि उन 938 करोड़ रुपए से एमसीडी अपने पार्षदों का फंड बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने पार्षदों का फंड बढ़ाकर डेढ़ करोड़ कर दिया है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि इन्हें भी पता है कि ये इनका आखिरी साल है, इसलिए ये चाहते हैं कि लूटकर एमसीडी को खत्म कर दें. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से कहना चाहता हूं कि दिल्ली वालों की सेहत से खिलवाड़ मत करो और कर्मचारियों को तुरंत पैसे दो.