नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित नॉर्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी टेबल टेनिस (पुरुष) प्रतियोगिता में चित्कारा यूनिवर्सिटी प्रथम स्थान पर रही. जबकि, दिल्ली विश्वविद्यालय की टीम ने तीसरा स्थान पाया. प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली और चौथे स्थान पर पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला की टीमें रही. दिल्ली विश्वविद्यालय के खेल परिसर में 2 से 4 जनवरी तक आयोजित इस प्रतियोगिता का समापन बुधवार को हुआ.
विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेजज प्रो. बलराम पाणी ने कहा कि हार जीत खेलों का हिस्सा हैं, लेकिन प्रतिभा को कम नहीं आंका जा सकता. उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि सभी समान हैं. उन्होंने कहा कि जो जीते हैं वह आज बहुत खुश होंगे और उन्हें आगे भी अपना प्रदर्शन जारी रखना चाहिए. जो पहला स्थान हासिल नहीं कर पाए. उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि खेल में कोई पहला स्थान लेता है तो कोई दूसरा. खिलाड़ी वहीं होता है जो अपनी कमियों में सुधार करे और निरंतर जीत के लिए कड़ी मेहनत करें.
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खेलना महत्वपूर्ण है और जीतना भीः इस दौरान विशिष्ट अतिथि डीयू कल्चर काउंसिल के चेयरपर्सन व पीआरओ अनूप लाठर ने कहा कि खेलना महत्वपूर्ण है, जीतना महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है जीतने का प्रयास करना. खेल में हार नाम की कोई चीज नहीं होती, या तो जीत होती है या जीत के लिए प्रयास होते हैं. उन्होंने करनाल के सैनिक स्कूल से लेकर अपनी कॉलेज की शिक्षा तक के दौरान अपने खेल के अनुभवों को साझा करते हुए खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. लाठर ने कहा कि टेबल टेनिस सबसे बढ़िया खेल है जो स्टेमिना भी बढ़ाती है और फिटनेस भी बनाती है.