नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले की दौड़ शुरू हो गई है. इसी के साथ छात्रों को इस बार एडमिशन के दौरान कई बदलावों से गुजरना पड़ेगा. कुछ बदलाव छात्रों के लिए लाभदायक होंगे, जबकि कुछ बदलाव समस्याएं भी पैदा कर सकते हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप दिल्ली विश्वविद्यालय के किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने जा रहे हैं तो आप उन बदलावों के बारे में जान लीजिए जिससे आपको एडमिशन के वक्त धक्के ना खानें पड़ें.
आप जब भी दिल्ली विश्वविद्यालय की वेबसाइट ओपन करेंगे तो हो सकता है आपको घण्टो इंतजार करना पड़े. क्योंकि इस बार एडमिशन की प्रकिया देरी से शुरू हुई है. उसके कारण विश्वविद्यालय की वेबसाइट व्यस्त रही है और हैंग भी हो रही है.
एडमिशन कमेटी के अध्यक्ष राजीव गुप्ता का ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएंगा और इस बात का भी ध्यान रखा जायेगा कि रेजिस्ट्रेशन के दौरान वेबसाइट हैंग ना हो.
इस साल 10 फीसदी सीटें बढ़ी
राजीव गुप्ता ने बताया कि इस साल 10 फीसदी सीटों में विश्वविद्यालय ने इजाफा किया है. उन्होंने बताया कि जो सीटें पिछले साल तक 56500 थी. वह सीटें इस बार बढ़कर 62 हजार 500 की गई है.
केलकुलेटर की सुविधा
एडमिशन कमेटी के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि इस बार कई नई चीजें छात्रों की सुविधा के लिए उपलब्ध कराई गई हैं, जिसमें से ऑनलाइन केलकुलेटर की सुविधा भी है.
राजीव गुप्ता का कहना है कि इन सुविधाएं से छात्रों को फायदा होगा कि छात्रों को यह पता लग जाएगा कि वह किस कॉलेज में एडमिशन पास कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस प्रकिया से एडमिशन रद्द करने की समस्या में कमी आएंगी.
छात्रों को मिलेगी जानकारी
एडमिशन कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि छात्र जिस किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेना चाह रहे हैं उन्हें यह पता होगा कि किस कॉलेज में कितनी सीट बची हैं जिससे कि वह उस में एडमिशन ले सकेंगे क्योंकि कई बार छात्रों को कॉलेज में सीट नहीं होने के कारण निराशा झेलनी पड़ती है.
कैंसिलेशन पर देने होंगे 1000 रुपये
इसी के साथ यदि कोई छात्र एडमिशन के बाद अपना एडमिशन रद्द करता है तो उसको पिछली बार के मुकाबले दोगुना फाइन भरना होगा जो कि इस बार 1000 रुपए कर दिया गया है.