नई दिल्ली/ वराणसी: आज कार्तिक पूर्णिमा का दिन है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य के भागी बनने को हर कोई आतुर होता है. इस मौके पर धर्म नगरी वाराणसी में गंगा घाटों पर जबरदस्त भीड़ उमड़ी है. सोमवार देर रात से ही दूर-दूर से महिलाएं और पुरुष काशी पहुंचे हैं. सुबह होने के साथ ही मंगलवार को लोगों ने आस्था की डुबकी लगाकर कार्तिक पूर्णिमा पर मोक्ष की कामना की.
कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
काशी में 7 बार 9 त्योहार का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. यही वजह है कि छोटे-छोटे पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाए जाते हैं. काशी के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है कार्तिक पूर्णिमा. इस दिन काशी के घाटों पर शाम होते-होते लाखों दीये टिमटिमाते नजर आते हैं. इसके पहले सुबह गंगा स्नान संपन्न होता है. इसे लेकर काशी के घाटों पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है.
पुलिस प्रशासन की तरफ से भी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मंगलवार को लाखों की तादाद में लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई. आज चार माह तक चलने वाले चातुर्यमास का भी समापन होता है.
यह है मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भगवान शिव ने दैत्य त्रिपुरासुर का वध किया था. उसके आतंक से परेशान देवताओं ने भगवान शिव के स्वागत में काशी पहुंचकर घाटों पर दीपक जलाए थे. काशी के घाटों पर पहुंचकर देव दीपावली का पर्व मनाया था, जो परंपरा आज भी निभाई जा रही है.