नई दिल्लीः राजधानी की 236 सड़कों पर प्रतिबंधित होने के बावजूद भी ई रिक्शे धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं. परिवहन विभाग को इन सड़कों पर ई-रिक्शे पर प्रतिबंध लगाए सालों बीत चुके हैं लेकिन, अभी तक इन पर लगाम नहीं लग सका है. उल्टा ई-रिक्शों ने प्रतिबंधित कुछ सड़कों पर इस तरह कब्जा किया हुआ है कि यहां से दूसरे वाहनों का निकलना मुश्किल होता है. ई-रिक्शों की वजह से इन सड़कों पर पूरे दिन भीषण जाम की समस्या बनी रहती है.
इतना ही नहीं इन सड़कों पर 24 घंटे ई-रिक्शा प्रतिबंधित होने के बोर्ड भी लगे हैं. लेकिन, फिर भी धड़ल्ले से ये दौड़ रहे हैं. इतना ही नहीं इन ई रिक्शों में अधिकांश की फिटनेस भी नहीं है. दिल्ली पुलिस और ट्रैफिक पुलिस वाले मूकदर्शक बने यह सब देखते रहते हैं. कई जगह तो स्थिति इतनी खराब है कि पुलिस के लिए इंटीग्रेटेड फेसिलिटेशन बूथ के पास से ही ई-रिक्शा की लाइन शुरू होती है. ये सभी रिक्शे पुलिस, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की मिली भगत से चल रहे हैं. कई बार सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए इन ई रिक्शों के खिलाफ चालान करने की कार्रवाई की जाती है.
हाल ही में ई रिक्शा पर की गई कार्रवाई और उनसे वसूले गए जुर्माने को लेकर पूर्वी, उत्तर-पूर्वी और शाहदरा जिला पुलिस से आरटीआई के माध्यम से सूचना मांगी गई थी. लेकिन, सिर्फ पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस ने आरटीआई के जवाब में बताया कि उन्होंने एक अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक ई-रिक्शों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं, अन्य दो जिला पुलिस की ओर से आरटीआई का यह जवाब दिया गया कि सभी थानों में जाकर ई रिक्शा के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्यौरा इकट्ठा कर लें.
प्रतिबंधित सड़कों पर चल रहे ई रिक्शा पर कार्रवाई को लेकर विशेष पुलिस आयुक्त यातायात एसएस यादव को फोन कर और मैसेज भेज कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा और न ही मैसेज का जवाब आया.
इन सड़कों पर भारी जाम का कारण बनते हैं ई-रिक्शा
- पटपड़गंज रोड पर खुरेजी से लेकर मंडावली और गणेश चौक तक
- निर्माण विहार रेड लाइट से लेकर आगे करीब आधा किलोमीटर तक लगती है ई रिक्शा की लाइन
- स्वामी दयानंद मार्ग
- आशाराम त्यागी मार्ग जीटी रोड से जाफराबाद तक
- चौधरी चरण सिंह मार्ग आनंद विहार बस अड्डे के सामने
- खजूरी चौक, नंद नगरी, सीमापुरी रोड
- नेताजी सुभाष रोड लाल किले के सामने
- नांगलोई मेट्रो स्टेशन के नीचे
- पंखा रोड
- दिलशाद गार्डन