ETV Bharat / state

पौने 2 करोड़ हाउस विजिट, 82 हज़ार चालान, फिर भी दिल्ली में डेंगू 100 के पार - delhi news

दिल्ली में लगातार जलजनित बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसको लेकर विपक्ष बीजेपी शासित निगम पर हमलावर है. वहीं, निगम बीमारी को रोकने के लिये बड़े-बड़े दावे कर रहा है.

Dengue cases increased in Delhi
दिल्ली में डेंगू
author img

By

Published : Sep 6, 2021, 8:05 PM IST

Updated : Sep 7, 2021, 1:52 PM IST

नई दिल्ली: देश की राजधानी में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के मामले पिछले 3 वर्षों के मुकाबले इस वर्ष सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. इसके चलते दिल्लीवासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में डेंगू का आंकड़ा 124 तक पहुंच गया है. यानी कि दिल्ली में इस बार डेंगू ने सैकड़ा जमा दिया है. जबकि, पिछली बार इस समय तक डेंगू के महज 96 मामले दिल्ली में सामने आए थे. वहीं, मलेरिया के 57 और चिकनगुनिया के 37 मामले दिल्ली में अब तक सामने आ चुके हैं. इसकी वजह से राजधानी में जलजनित बीमारियों के मद्देनजर हालात थोड़े चिंताजनक बने हुए हैं.

निगम द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि निगम की प्रमुख जिम्मेदारी जल जनित बीमारियों के मद्देनजर सर्वे करने की होती है. जिसके तहत यह पता लगाया जा सके कि दिल्ली के अंदर इस साल कितने लोगों को जल जनित बीमारियों से जूझना पड़ा है, यानी मरीजो की संख्या. लेकिन इसमें भी दिल्ली नगर निगम पूरी तरीके से फिसड्डी साबित हुई है. दरअसल दिल्ली के अंदर सामने आए कुल जल जनित बीमारियों के मामलों में से लगभग 60% मामलों को निगम अभी तक ट्रेस नहीं कर पाई है.

दिल्ली में डेंगू के मामले

दिल्ली नगर निगम के द्वारा जल जनित बीमारियों को नियंत्रित करने को लेकर कई बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. जो जानकारी निगम के द्वारा साझा की गई है, उसके मुताबिक निगम ने एक जनवरी 2021 से 4 सितंबर 2021 तक तकरीबन एक करोड़ 70 लाख 10 हज़ार 414 संपत्तियों का सर्वे निगम के डीवीसी कर्मचारियों के द्वारा जल जनित बीमारियों के मद्देनजर लार्वा की उत्पत्ति को देखते हुए किया गया है. जिसमें 96121 घरों/ संपत्तियों में लार्वा पाया गया है.

गाजियाबाद में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, 7 से 16 सिंतबर तक चलेगा डोर टू डोर अभियान

साथ ही एमसीडी ने इस वर्ष अभी तक 82 हजार 674 लोगों को लावा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी जारी किए हैं. जबकि बड़ी संख्या में इस बार चालान भी किए गए हैं. निगम के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से खतरनाक बीमारियों के मध्य नगर किए गए सर्वे के बाद पाए गए लार्वा के बाद किए गए चालान के तहत निगम को 8 लाख 3050 के राजस्व की प्राप्ति हुई है.

नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग चेयरमैन जोगीराम जैन बातचीत के दौरान राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रहे डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया के मामलों के ऊपर अपनी बात रखते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि निगम की तरफ से जल जनित बीमारी को पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में निगम आगामी दिनों में एक विशेष अभियान की शुरुआत करने जा रही है. जिसके तहत जनता जल जनित बीमारियों के मद्देनजर जागरूक किया जाएगा. निगम के अंतर्गत आने वाले सभी बाजारों में जागरूकता अभियान के मद्देनजर ना सिर्फ मुनादी कराई जाएगी. बल्कि पर्चे भी बांटे जाएंगे.

नॉर्थ एमसीडी में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दल के नेताओं ने दिल्ली में लगातार बढ़ रहे जल जनित बीमारियों के मामले को लेकर ना सिर्फ अपनी चिंता व्यक्त की बल्कि इसके लिए सीधे तौर पर निगम में शासित बीजेपी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि निगम अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरीके से फ़ेल साबित हुआ है. निगम ने इस वर्ष जल जनित बीमारियों को रोकने के लिए किसी भी तरह से अपनी जिम्मेदारी को नही निभाया, ना ही कोई दवाई ख़रीदी, जिसका प्रयोग मच्छरों रोकने के लिए किया जा सके.

नई दिल्ली: देश की राजधानी में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के मामले पिछले 3 वर्षों के मुकाबले इस वर्ष सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. इसके चलते दिल्लीवासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में डेंगू का आंकड़ा 124 तक पहुंच गया है. यानी कि दिल्ली में इस बार डेंगू ने सैकड़ा जमा दिया है. जबकि, पिछली बार इस समय तक डेंगू के महज 96 मामले दिल्ली में सामने आए थे. वहीं, मलेरिया के 57 और चिकनगुनिया के 37 मामले दिल्ली में अब तक सामने आ चुके हैं. इसकी वजह से राजधानी में जलजनित बीमारियों के मद्देनजर हालात थोड़े चिंताजनक बने हुए हैं.

निगम द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि निगम की प्रमुख जिम्मेदारी जल जनित बीमारियों के मद्देनजर सर्वे करने की होती है. जिसके तहत यह पता लगाया जा सके कि दिल्ली के अंदर इस साल कितने लोगों को जल जनित बीमारियों से जूझना पड़ा है, यानी मरीजो की संख्या. लेकिन इसमें भी दिल्ली नगर निगम पूरी तरीके से फिसड्डी साबित हुई है. दरअसल दिल्ली के अंदर सामने आए कुल जल जनित बीमारियों के मामलों में से लगभग 60% मामलों को निगम अभी तक ट्रेस नहीं कर पाई है.

दिल्ली में डेंगू के मामले

दिल्ली नगर निगम के द्वारा जल जनित बीमारियों को नियंत्रित करने को लेकर कई बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. जो जानकारी निगम के द्वारा साझा की गई है, उसके मुताबिक निगम ने एक जनवरी 2021 से 4 सितंबर 2021 तक तकरीबन एक करोड़ 70 लाख 10 हज़ार 414 संपत्तियों का सर्वे निगम के डीवीसी कर्मचारियों के द्वारा जल जनित बीमारियों के मद्देनजर लार्वा की उत्पत्ति को देखते हुए किया गया है. जिसमें 96121 घरों/ संपत्तियों में लार्वा पाया गया है.

गाजियाबाद में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, 7 से 16 सिंतबर तक चलेगा डोर टू डोर अभियान

साथ ही एमसीडी ने इस वर्ष अभी तक 82 हजार 674 लोगों को लावा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी जारी किए हैं. जबकि बड़ी संख्या में इस बार चालान भी किए गए हैं. निगम के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से खतरनाक बीमारियों के मध्य नगर किए गए सर्वे के बाद पाए गए लार्वा के बाद किए गए चालान के तहत निगम को 8 लाख 3050 के राजस्व की प्राप्ति हुई है.

नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग चेयरमैन जोगीराम जैन बातचीत के दौरान राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रहे डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया के मामलों के ऊपर अपनी बात रखते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि निगम की तरफ से जल जनित बीमारी को पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में निगम आगामी दिनों में एक विशेष अभियान की शुरुआत करने जा रही है. जिसके तहत जनता जल जनित बीमारियों के मद्देनजर जागरूक किया जाएगा. निगम के अंतर्गत आने वाले सभी बाजारों में जागरूकता अभियान के मद्देनजर ना सिर्फ मुनादी कराई जाएगी. बल्कि पर्चे भी बांटे जाएंगे.

नॉर्थ एमसीडी में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दल के नेताओं ने दिल्ली में लगातार बढ़ रहे जल जनित बीमारियों के मामले को लेकर ना सिर्फ अपनी चिंता व्यक्त की बल्कि इसके लिए सीधे तौर पर निगम में शासित बीजेपी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि निगम अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरीके से फ़ेल साबित हुआ है. निगम ने इस वर्ष जल जनित बीमारियों को रोकने के लिए किसी भी तरह से अपनी जिम्मेदारी को नही निभाया, ना ही कोई दवाई ख़रीदी, जिसका प्रयोग मच्छरों रोकने के लिए किया जा सके.

Last Updated : Sep 7, 2021, 1:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.