नई दिल्ली: रोहिणी कोर्ट रूम में हुई फायरिंग की घटना का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है. आज जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद की बेंच के समक्ष वकीलों ने इस मामले को मेंशन करते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करने की मांग की.
वरिष्ठ वकील विकास पाहवा और वकील प्रदीप राणा ने इस मामले को मेंशंन करते हुए कहा कि कोर्ट रूम के अंदर फायरिंग हुई है. मृतकों के दो शव कोर्ट में पड़े हुए हैं. एक आरोपी मारा गया. वो दिल्ली का बड़ा गैंगस्टर था. उन्होंने कोर्ट से मांग की कि दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी होना चाहिए.
उन्होंने कोर्ट से इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि कोर्ट में कोई सुरक्षा नहीं है. तब जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि हाई कोर्ट के रूप में हम चाहते हैं कि चीजें दुरुस्त हों. हमें देखने दीजिए और पता करने दीजिए कि क्या हुआ है.
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एक दूसरे वकील अनुपम शर्मा ने भी रोहिणी कोर्ट की घटना को मेंशन करते हुए कहा कि हाईकोर्ट में अगर हमें गार्ड पहचानता है तो हमें अंदर जाने देता है. अन्यथा वो पहचान पत्र देखकर ही अंदर जाने देता है, लेकिन निचली अदालतों में ऐसा नहीं होता है.
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रोहिणी कोर्ट में फायरिंग के विरोध में कल यानि 25 सितंबर को हड़ताल पर रहेंगे. बता दें कि आज रोहिणी कोर्ट रूम में फायरिंग हुई जिसमें गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की मौके पर मौत हो गई है. रोहिणी कोर्ट के कोर्ट नंबर 207 में फायरिंग हुई. ये कोर्ट एडिशनल सेशंस जज गगनदीप सिंह का है. वकील की वर्दी में आये दो लोगों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर गोली चलाई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की फायरिंग में दोनों हमलवार भी मारे गए.