नई दिल्ली : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आयोग में क्राइसिस इंटरवेंशन सेंटर (CIC) कार्यक्रम में कार्यरत एक काउंसिलर से मोबाइल छीनने (mobile snatching of councilor) की घटना को लेकर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. काउंसिलर ने आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.
बाइक सवार 3 लोगों ने किया था हमला : 30 नवंबर को सीआईसी की ओर से सौंपे गए आधिकारिक कार्य के तहत काउंसिलर एक शिकायतकर्ता से मिलने सीलमपुर पुलिस स्टेशन गई थी. इसके बाद यौन उत्पीड़न की पीड़िता की सहायता के लिए थाने से जग प्रवेश चंद्र अस्पताल जाने के लिए एक ई-रिक्शा लिया. उसने बताया कि जब वह शास्त्री पार्क रोड के पास पहुंची तो बाइक सवार तीन लोगों ने उस पर हमला कर दिया और उसका फोन छीनने की कोशिश की. जब उसने विरोध किया, तो उसे रिक्शे से बाहर खींच लिया मगर उसके पैर चलते रिक्शे में फंसे रह गए जिससे वह जमीं पर घिसट गई. इससे उन्हें कई जगह चोटें आई हैं. घटना के बाद रिक्शा चालक उसे शास्त्री पार्क थाने ले गया, जहां से उसे जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया और उसकी मेडिकल जांच कराई गई.
एसएचओ से मांगी कार्रवाई रिपोर्ट :आयोग में काम करने वाली काउंसिलर अक्सर विषम परिस्थितियों में काम करती हैं और उन्हें अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था कि एक काउंसिलर जिसे यौन हिंसा की पीड़िता की सहायता करने के लिए नियुक्त किया गया था, उस पर खुद हमला हो गया और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा.दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शास्त्री पार्क थाने के एसएचओ को नोटिस जारी कर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने मामले में की गई गिरफ्तारियों के विवरण के साथ प्राथमिकी की प्रति मांगी है. इसके अलावा, आयोग ने यह भी पूछा है कि क्या काउंसिलर का फोन ढूंढ लिया गया है और उसे वापस दे दिया गया है.
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मालीवाल ने कहा -घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण : स्वाति मालीवाल ने कहा, “हमारी काउंसिलर संकट में महिलाओं और लड़कियों की सहायता के लिए दिन-रात जमीन पर काम करती हैं. कई बार उन्हें बेहद विपरीत परिस्थितियों में काम करना पड़ता है और अपराधियों का सामना करना पड़ता है. यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि यौन हिंसा की पीड़िताओं की देखभाल करने वाली और सहायक व्यक्ति भी राजधानी में असुरक्षित हैं. एक काउंसिलर लड़की जो एक पीड़िता की सहायता के लिए अस्पताल जा रही थी, उसे खुद ही चिकित्सकीय उपचार कराना पड़ा. मैंने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. आरोपी व्यक्तियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.”
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