नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार 3.0 का दूसरा बजट सत्र 8 मार्च से शुरू हो रहा है. ऐसे में हर वर्ग को सरकार से काफी उम्मीदें हैं, वहीं आधी आबादी यानि महिलाओं को भी बजट से उम्मीदें हैं. ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए महिलाओं ने कहा कि बजट में महंगाई को काबू करने की कोशिश की जानी चाहिए.
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महिलाओं ने कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है, जो आज आसमान छू रही है. दिल्ली सरकार महंगाई का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ती है, लेकिन दिल्ली सरकार अपने टैक्सों को कम कर महंगाई पर लगाम लगा सकती है.
'टैक्स कम करें पेट्रोलियम के बढ़ते दाम पर लगाए लगाम'
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महिलाओं का कहना है कि दिल्ली सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों पर टेक्स्ट को कम करना चाहिए ताकि पेट्रोलियम पदार्थ के बढ़ने की वजह से होने वाली महंगाई से जनता को राहत मिल सके.
'विज्ञापन पर पैसा बर्बाद न करें'
महिलाओं ने कहा कि दिल्ली सरकार बहुत ज्यादा पैसा अपने विज्ञापनों पर खर्च करती है, जिसे कम कर जरूरी सुविधाओं पर खर्च करना चाहिए.
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'फ्री योजना का हर वर्ग को नहीं मिल रहा लाभ'
महिलाओं की सरकार से शिकायत थी कि दिल्ली सरकार की फ्री योजना से कुछ खास तब को कहीं फायदा हुआ है, जबकि योजना ऐसी होना चाहिए जिसका लाभ हर वर्ग के लोगों को मिले.
'रोजगार बढ़ाया जाए'
चौपाल में शामिल इलाके के लोगों ने कहा कि दिल्ली सरकार को रोजगार पर भी काम करना चाहिए, शिक्षा पर खर्च कर बिल्डिंग जो बनाई जा रही है लेकिन शिक्षकों की आज भी कमी है.
'निगमों पर भी ध्यान दें सरकार'
लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार अपने अंतर्गत आने वाली स्कूलों पर तो ध्यान दे रही ,है लेकिन निगम स्कूल के लिए फण्ड नहीं देकर निगम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं से वंचित कर रही है.