नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग पिछले काफी समय से चाइल्ड ट्रैफिकिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर लगातार काम कर रहा है और इसी कड़ी में कई महिलाओं समेत बच्चों को तस्करी के चंगुल से निकाल कर उनके घर पहुंचाया गया है. अब दिल्ली महिला आयोग ने एक 2 महीने के बच्चे को सोनीपत से बरामद किया है.
दिल्ली महिला आयोग से की गई शिकायत
पश्चिम बंगाल के एक बच्चे के लापता होने की शिकायत कुछ दिन पहले दिल्ली महिला आयोग से की गई थी, जिसके बाद आयोग इस बच्चे को पिछले काफी महीनों से ढूंढने का काम कर रहा था और आखिरकार पश्चिम बंगाल के दंपत्ति के बच्चे को हरियाणा के सोनीपत से बरामद कर लिया गया.
हरियाणा के सोनीपत से बरामद हुआ बच्चा
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से एक पति-पत्नी को दिल्ली में काम दिलाने के बहाने एक प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा लाया गया था, जिसके बाद उनका दो महीने का बच्चा उनसे छीन लिया गया. दंपत्ति ने इसकी शिकायत दिल्ली महिला आयोग से की जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग की टीम जांच पड़ताल में जुटी और यह पता लगाया कि बच्चे को 5 बार बेचा जा चुका है.
इस मामले में चार आरोपियों को दिल्ली महिला आयोग द्वारा ढूंढ निकाला गया लेकिन पांचवीं आरोपी एक महिला जो फरार चल रही थी. लेकिन, आखिरकार आयोग ने उस महिला को भी धर दबोचा और बच्चे को हरियाणा के सोनीपत से बरामद कर लिया है.
दिल्ली महिला आयोग के मुताबिक उन्होंने इसको लेकर आरोपियों को ढूंढना पाने पर नोटिस भी जारी किया था जिसके बाद न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस थाने ने बच्चे को ढूंढ निकाला.
राजनेताओं ने आयोग की टीम को दी धमकी
दिल्ली महिला आयोग का कहना है कि इस मामले की कार्रवाई के दौरान कुछ राजनेताओं ने आयोग की टीम को धमकी भी दी थी, इस संबंध में दिल्ली पुलिस को आयोग की तरफ से शिकायत भी दर्ज कराई जा चुकी है. आयोग ने दावा किया है कि दिल्ली में बच्चों की तस्करी का बड़ा गिरोह है और इसमें कई राजनेताओं समेत कई हस्तियां शामिल हो सकती हैं.
डीएनए सैंपल की होगी जांच
दिल्ली महिला आयोग ने बताया कि पकड़ी गई पांचवी आरोपी के ऊपर पहले भी बच्चों की तस्करी को लेकर कई मामले दर्ज हैं. फिलहाल बच्चे को सुरक्षित एक घर में रखा गया है और उसकी पहचान के लिए डीएनए सैंपल की जांच की जाएगी जिसके बाद ही उसे उसकी मां को सौंपा जाएगा.