नई दिल्ली: देशभर में हाईवे पर सड़क हादसों के मामले बड़ी संख्या में सामने आते हैं. दिल्ली में भी हाईवे के साथ रिंग रोड पर काफी संख्या में सड़क हादसे होते हैं. ट्रैफिक पुलिस की माने तो इन हादसों का सबसे बड़ा कारण तेज रफ्तार है. इसके अलावा कई जगहों पर रोड इंजीनियरिंग का भी दोष होता है. इन समस्याओं का समाधान करने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं ताकि आने वाले समय में हाईवे पर होने वाले सड़क हादसों को कम किया जा सके.
हाईवे पर हादसों का सबसे बड़ा कारण रफ्तार
ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त मनीष अग्रवाल ने बताया कि किसी भी हाईवे पर होने वाले सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण वहां तेज गति से वाहन चलाना होता है. ऐसा देखने में आता है कि लोग हाईवे पर जाने के बाद गाड़ी की रफ्तार बढ़ा देते हैं. इसकी वजह से कभी वह हादसों का शिकार हो जाते हैं तो कभी कोई अन्य गाड़ी उनकी चपेट में आ जाती है. ऐसे सड़क हादसों को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा हाईवे एवं रिंग रोड पर स्पीड डिटेक्टर कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस लगातार लोगों से भी अपील करती है कि वह तेज रफ्तार से हाईवे पर गाड़ी न चलाये. ऐसा करने से वह न केवल दूसरों की बल्कि अपनी जान को भी खतरे में डालते हैं.
सर्दियों में कोहरा भी हाईवे पर हादसे का कारण
संयुक्त आयुक्त ट्रैफिक मनीष अग्रवाल ने बताया कि रफ्तार के अलावा सर्दियों के समय में हाईवे पर सड़क हादसे होने का एक बड़ा कारण कोहरा भी रहता है. इस मौसम में हाईवे पर अधिक कोहरा होने की वजह से कई बार बड़ी संख्या में गाड़ियां आपस में भिड़ जाती हैं. ऐसे सड़क हादसों को रोकने के लिए चालक को खुद भी ज्यादा सावधान रहना चाहिए. लो बीम लाइट पर गाड़ी चलाने के साथ उन्हें फॉग लाइट का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा गति को कम रखना चाहिए ताकि अचानक किसी गाड़ी या व्यक्ति के सामने आने पर वह गाड़ी को रोक सकें.
इंजीनियरिंग दोष से भी हादसे
संयुक्त आयुक्त मनीष अग्रवाल ने बताया कि कई बार ऐसा भी देखने में आता है कि हाईवे बनाने के दौरान इंजीनियरिंग दोष से भी सड़क हादसे होते हैं. ऐसे सड़क हादसों के बारे में जानकारी जुटाने के बाद इससे संबंधित एजेंसी को अवगत कराया जाता है ताकि इंजीनियरिंग दोष को दूर किया जा सके. सरकार द्वारा इसे लेकर कदम उठाए जा रहे हैं और भविष्य में इसके सकारात्मक नतीजे देखने को मिलेंगे.