नई दिल्लीः दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन (Delhi Taxi Tourist Transporters Association) ने दिल्ली परिवहन विभाग (Delhi Transport Department) को पत्र लिखा है, जिसमें पैनिक बटन (Panic Button) के नाम पर टैक्सी चालकों से 9,000 रुपये लेने और फिटनेस के समय स्पीड गवर्नर (Speed Governor) को चेक करने के बहाने 2,500 से 3,000 रुपये लेने की शिकायत की है. एसोसिएशन का कहना है कि यह सरासर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, इसे खत्म किया जाना चाहिए.
एसोसिएशन की ओर से दिल्ली परिवहन विभाग के परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर कहा गया है कि महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर पैनिक बटन लगवाया जा रहा है. इसके लिए 9,000 लिए जा रहे हैं. विभाग में प्राइवेट वेंडर का एक पैनल बनाया है और यह प्राइवेट कंपनी परिवहन के साथ मिलकर बड़ा भ्रष्टाचार कर रही है. इसके साथ ही इस गवर्नर की वजह से टैक्सी-बसों से 2,500 से 3,000 रुपये वसूल किए जा रहे हैं. गाड़ियों में स्पीड गवर्नर सही से काम कर रहा है या नहीं इसकी जिम्मेदारी फिटनेस सेंटर की है, जिसको टैक्सी, बस चेक कराने के लिए 6,000 रुपये देते हैं, लेकिन फिटनेस सेंटर वाले स्पीड गवर्नर को चेक नहीं करते.
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पत्र में कहा गया है कि गाड़ियों की फिटनेस के दौरान चालकों को दोबारा से सर्टिफिकेट लाना पड़ता है. इसके लिए अब ढाई से 3,000 रुपये वसूले जा रहे हैं. दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने दिल्ली परिवहन विभाग से अपील की है कि इस तरीके के भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए और पैनिक बटन और स्पीड गवर्नर चेक करने को लेकर वसूली जा रही रकम को खत्म किया जाए.